
बृहन्मुंबई म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (BMC) मुंबई में आवारा कुत्तों की सेहत, मूवमेंट और व्यवहार को बेहतर तरीके से मैनेज करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-आधारित सिस्टम शुरू करने की योजना बना रहा है। यह प्रोजेक्ट शहर भर में 10,000 आवारा कुत्तों की ट्रैकिंग के साथ शुरू होगा। यह पहल प्राइवेट कंपनियों, गैर-सरकारी संगठनों और एक स्टार्टअप को शामिल करके पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के ज़रिए की जाएगी। (AI cameras and sensors to soon track and manage Mumbai stray dogs)
आवारा कुत्तों की सबसे पहले तस्वीरें ली जाएंगी
इस सिस्टम के तहत, आवारा कुत्तों की सबसे पहले तस्वीरें ली जाएंगी ताकि उनकी यूनिक पहचान प्रोफाइल बनाई जा सके। वैक्सीनेशन और स्टेरिलाइज़ेशन के बाद, जानवरों में खास सेंसर लगाए जाएंगे। ये सेंसर समय के साथ उनके मूवमेंट और एक्टिविटी को ट्रैक करने में मदद करेंगे।
सिस्टम के लिए डेटा कई सोर्स से इकट्ठा किया जाएगा
सिस्टम के लिए डेटा कई सोर्स से इकट्ठा किया जाएगा। इनमें CCTV कैमरे, ड्रोन, स्मार्टफोन एप्लिकेशन और मैन्युअल रूप से ली गई तस्वीरें शामिल हैं। AI प्लेटफॉर्म इस जानकारी का एनालिसिस करके मूवमेंट पैटर्न को समझेगा, ज़्यादा आवारा कुत्तों वाली जगहों की पहचान करेगा और उन ज़ोन का पता लगाएगा जहां हमले होने की ज़्यादा संभावना है।
सिस्टम बायोमेट्रिक अटेंडेंस की तरह ही काम करता है
अधिकारियों ने बताया कि यह सिस्टम बायोमेट्रिक अटेंडेंस की तरह ही काम करता है, लेकिन जानवरों के लिए। इससे पब्लिक की शिकायतों को तेज़ी से निपटाने और वैक्सीनेशन और स्टेरिलाइज़ेशन ड्राइव की बेहतर प्लानिंग करने में मदद मिलेगी। यह डेटा अधिकारियों को आवारा कुत्तों से जुड़े मामलों पर तेज़ी से कार्रवाई करने में भी मदद करेगा।
पायलट प्रोजेक्ट मई 2026 तक तैयार और चालू होने की उम्मीद
पायलट प्रोजेक्ट मई 2026 तक तैयार और चालू होने की उम्मीद है। सूत्रों के अनुसार, पायलट प्रोजेक्ट के लिए तैयारियां चल रही हैं। नया AI प्लेटफॉर्म एक डेटाबेस बनाकर इस कमी को दूर करने का लक्ष्य रखता है जो व्यक्तिगत पहचान और रियल-टाइम मॉनिटरिंग की अनुमति देता है।आबादी कंट्रोल के अलावा, वे आवारा कुत्तों की सेहत पर भी नज़र रखेंगे। इसमें बीमारी के लक्षण, व्यवहार में बदलाव और संभावित मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को ट्रैक करना शामिल है। यह डेटा शहर में आवारा कुत्तों के ओवरऑल मैनेजमेंट को बेहतर बनाने में मदद करेगा।
फिलहाल अनुमानित 95,000 आवारा कुत्ते
मुंबई में फिलहाल अनुमानित 95,000 आवारा कुत्ते हैं। हर साल, शहर में 75,000 से 80,000 कुत्ते के काटने के मामले दर्ज होते हैं। हाई-रिस्क ज़ोन की पहचान करके और संसाधनों का बेहतर इस्तेमाल करके, यह सिस्टम पूरे मुंबई में कुत्तों पर कंट्रोल को बेहतर बनाएगा।BMC का पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट इस पहल की देखरेख करेगा। चुने गए स्टार्टअप को नागरिक अधिकारियों के साथ मिलकर AI सिस्टम को डिज़ाइन और लागू करने की ज़िम्मेदारी होगी।
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