महाराष्ट्र के समुद्री तट की दृष्टि से मेंग्रोव्स (mangroves) काफी अहम है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे(eknath shinde) ने घोषणा की कि राज्य में मेग्रोव्स वन का पूरा क्षेत्र जो अभी तक वन विभाग को नहीं सौंपा गया है और साथ ही वह पूरा क्षेत्र जिसे वन विभाग को सौंपा गया है, लेकिन अभी तक नहीं किया गया है,एक वर्ष के भीतर आरक्षित वन के रूप में अधिसूचित किया जाएगा।
एक कार्यक्रम में किया एलान
इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि पर्यावरण के संतुलन को बनाए रखते हुए आजीविका को बढ़ाकर तटीय नागरिकों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने का प्रयास किया जाएगा। अंतर्राष्ट्रीय मेग्रोव्स वन पारिस्थितिकी तंत्र संरक्षण दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता में और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की उपस्थिति में मेग्रोव्स चैंबर और मेग्रोव्स प्रतिष्ठान द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
सह्याद्री गेस्टहाउस में आयोजित इस कार्यक्रम में प्रदेश में मेग्रोव्स वनों और समुद्री पारिस्थितिकी प्रणालियों के संरक्षण में सक्रिय रूप से भाग लेने वालों को 'मेग्रोव्स प्रतिष्ठान पुरस्कार 2022' से सम्मानित किया गया। वन विभाग के प्रधान सचिव वेणुगोपाल रेड्डी, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन बल प्रमुख) वाईएलपी राव, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) सुनील लिमये, महाराष्ट्र वन विकास निगम के प्रबंध निदेशक एन. वासुदेवन, पोस्टमास्टर जनरल अमिताभ सिंह, कंदलवन अंचल, वन संरक्षक अनीता पाटिल आदि उपस्थित थे।
इस कार्यक्रम में पोस्टकार्ड के एक सेट का अनावरण और मेग्रोव्स वन के बारे में एक विशेष लिफाफा, रायगढ़ और रत्नागिरी जिलों में चक्रवात निसर्ग के प्रभाव पर एक रिपोर्ट, दो पुस्तकें 'महाराष्ट्र की सागर संपदा' और 'महाराष्ट्र की कंदलवन संपदा' और पुस्तिकाएं भी देखी गईं।
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