मॉनसून अब चंद महीन दूर है और बीएमसी ने अभी तक नाले सफाई का अपना लक्ष्य हासिल नहीं किया है। मुंबई में सिर्फ 36 फीसदी नाला सफाई का काम पूरा हो पाया है। मुंबई नगर निगम का कार्यकाल 7 मार्च को समाप्त हो गया था। तब से लेकर अब तक नगर आयुक्त इकबाल सिंह चहल ने साफ सफाई कार्यों के लिए 162 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं।
4 मई तक के आंकड़ों के मुताबिक मीठी नदी का ड्रेजिंग 80 फीसदी पूरा हो चुका है। इस बीच नगर आयुक्त ने अपर आयुक्त को अपने क्षेत्र के नालों का सप्ताह में दो बार निरीक्षण करने का निर्देश दिया है।
मानसून नजदीक आते ही नगर पालिका ने मानसून से पहले शहर में नालों की सफाई व सड़कों की मरम्मत शुरू कर दी है। हर साल मई के महीने में एनसीपी द्वारा नालों की सफाई और खराब सड़कों की मरम्मत का काम शुरू किया जाता है ताकि मानसून के दौरान मुंबई में सड़कों पर पानी जमा न हो।
इस बीच मुंबई नगर निगम क्षेत्र में करीब 340 किलोमीटर लंबे छोटे-बड़े नाले और नदियां हैं. बरसात के मौसम से पहले इन्हें ठीक से साफ करने के लिए नगर आयुक्त डॉ. इकबाल सिंह चहल द्वारा प्रस्तुत किया गया।
उन्होंने यह भी कहा कि अस्वच्छता के कार्य में अधिक पारदर्शिता लाने के लिए विशाल दस्ते को तैनात किया गया है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को भी निर्देशित किया कि गाद को हटाने और निर्धारित स्थान पर तौलने से पहले तौल कर कींक को फिल्माया जाए।
यह भी पढ़े-बैलेट पेपर से कराए जाएं निकाय चुनाव-मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष भाई जगताप