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BMC Election 2022 - मुंबई कब होगा गड्ढे से मुक्त?

पिछले कुछ सालों में मुंबई नगर निगम ने सड़कों और मरम्मत पर हजारों करोड़ रुपये खर्च किए हैं। लेकिन इतने सालों में मुंबई गढ्ढे से मुक्त नहीं हुआ है. इस बार भी स्थिति जस की तस है।

BMC Election 2022 - मुंबई कब होगा गड्ढे से मुक्त?
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मुंबई नगर निगम चुनाव अप्रैल के पहले सप्ताह में घोषित होने की उम्मीद है। इन चुनावों की पृष्ठभूमि पर, राजनीतिक नेताओं ने अपनी रणनीति बनाना शुरू कर दिया है।  साथ ही मुंबईकरों की समस्याओं को जानते हुए तत्काल समाधान निकालने के आदेश जारी किए गए हैं। इसी के तहत सभी कार्यकर्ता और नेता काम करने लगे हैं। चुनाव से पहले समस्याएं जानी जाती हैं  और फिर उनपर काम करने का वादा किया जाता है। हालांकि, मुंबईकरों के सामने मुख्य समस्या  मुंबई की सड़कों पर बने गड्ढे हैं।

सड़क मरम्मत के लिए बड़ा प्रावधान

हर साल नगर निगम बजट ( BMC Budget) की घोषणा करता है और मुंबई में सड़कों की मरम्मत के लिए भारी प्रावधान करता है। इसी प्रावधान के तहत मुंबई में सड़कों की मरम्मत भी की जाती है। हालांकि, मानसून के दौरान इलाके की स्थिति में कोई भी बदलाव नहीं आता है।  इसलिए हादसों की संभावना ज्यादा रहती है। सड़कों पर गड्ढों और इसके परिणामस्वरूप होने वाली दुर्घटनाओं को देखते हुए, कई मुंबईकर वाहन चलाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालते हैं। इसको लेकर तमाम शिकायतों के बावजूद नगर निगम इस पर ध्यान नहीं देता और नतीजा यह होता है कि कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ती है.

सड़कों पर गड्ढे

मुंबई की सड़कों पर गड्ढों का निर्माण पिछले कई सालों से मुंबईकरों के लिए परेशानी का कारण बना हुआ है। कई साल बीत गए, नगर निगम के चुनाव हुए, लोगों की समस्याओं को हल करने के लिए लोग नगसेवकचुनते है।  लेकिन आज तक इस समस्या का समाधान नहीं हो सका है। उल्लेखनीय है कि मुंबई नगर निगम पिछले कई वर्षों से गड्ढों से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने और मुंबई को गड्ढों से मुक्त कराने के लिए प्रयासरत है। इसके लिए कई तरह के  समाधान, विभिन्न तंत्रों का उपयोग किया जा रहा है। लेकिन बीएमसी के ये प्रयास सचमुच विफल हो रहे हैं।

'हॉटमिक्स मटेरियल'

2016 तक, BMC गड्ढों को भरने के लिए 'हॉटमिक्स मटेरियल' का उपयोग कर रहा था। लेकिन बरसात के मौसम में इसका ज्यादा उपयोग नहीं किया जाता है 2017 में कोल्डमिक्स मटेरियल का इस्तेमाल किया जाने लगा।  इसके लिए मुंबई नगर निगम ने 125 करोड़ रुपये खर्च किए। हॉटमिक्स मटेरियल को गर्म किया गया और गड्ढे में भर दिया गया। हालांकि, बीएमसी ने दावा किया कि कोल्ड मिक्स सामग्री को गर्म करने की आवश्यकता नहीं है और बारिश में भी भरी जा सकती  है। हालांकि, उस वक्त तस्वीर यह थी कि बीएमसी की यह कोशिश नाकाम हो गई थी।

हर साल की परंपरा के मुताबिक इस साल नगर निगम की कृपा और शिवसेना के आशीर्वाद से शहर में सड़कों के लिए करोड़ों रुपये की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।

मुंबई दुनिया भर में क्यों प्रसिद्ध है?

दुनिया भर में विश्वस्तरीय शहर के रूप में मशहूर मुंबई के गड्ढों पर नजर डालें तो मुंबई पूरी दुनिया में क्यों मशहूर है? शहर की सड़कें बदहाल हैं। नगर निगम प्रशासन ने इस साल के बजट में मुंबई में सड़क निर्माण और परिवहन संचालन के लिए लगभग 2,200 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं।

हालांकि शहर में गड्ढे सत्तारूढ़ दल के लिए एक राजनीतिक मुद्दा है, लेकिन यह मुंबईकरों के लिए चिंता का विषय है। लेकिन दुर्भाग्य से सालों से सड़कों की स्थिति जस की तस बनी हुई है। वर्ष 2021-22 में शहर की सड़कों के लिए हजारों करोड़ के ठेके निकाले गए। सड़कों की मरम्मत और पुनर्निर्माण की लागत और निविदाओं के विवाद सभी को पता है।  विवाद तो होते रहेंगे, लेकिन सच्चाई यह है कि जिस सड़क के लिए गढ़्ढे के लिए फंड दिया जाता है वह वैसी ही रहती है  लेकिन हर साल लागत अलग होती है और यह मुंबई की हकीकत है।

सड़कें सुधारने की जगह सौंदर्यीकरण पर पैसा बर्बाद

मुंबई नगर निगम वर्तमान में मुंबई में जीर्ण-शीर्ण क्षेत्र का नवीनीकरण कर रहा है। मुंबईकरों और पर्यटकों के लिए पर्यटन स्थल बनाया जा रहा है। हालांकि, सबसे महत्वपूर्ण समस्या (गड्ढे) अभी भी है। इसलिए कई मुंबईकरों का मानना है कि सड़कों को सुधारने के बजाय सौंदर्यीकरण में मुंबई नगर निगम अपना पैसा बर्बाद कर रहा है।

45 हजार 949 करोड़ का बजट


बीएमसी हर साल बजट पेश करता है और इस बजट में सड़कों की मरम्मत के लिए भारी प्रावधान करता है। इस साल भी मुंबई नगर आयुक्त इकबाल सिंह चहल ने 45,949 करोड़ रुपये का बजट पेश किया। सड़क मरम्मत के लिए भी इसमे राशि मुहैया कराई गई है।  हालांकि, यह देखना होगा कि क्या निगम इस फंड का सही इस्तेमाल कर मुंबईवासियों को पक्की सड़कें मुहैया कराएगा।

इस बीच जैसे-जैसे चुनाव होने वाले हैं, पिछले 5 साल से जो काम नहीं हुए हैं, उनका उद्घाटन, नारियल फोड़ने आदि का काम किया जा रहा है। मुख्य रूप से सड़कों की मरम्मत, नाले की मरम्मत आदि का कार्य किया जा रहा है। मुंबई में कई जगहों पर सड़क निर्माण का काम चल रहा है । इसलिए पूरे मुंबई में सड़कें खोद दी गईं।

2055 किमी लंबी सड़कें मुंबई नगर निगम के अंतर्गत आती हैं। मुंबई नगर निगम इन सड़कों के गड्ढों को भरने के लिए हर साल 30 करोड़ रुपये से अधिक खर्च करता है। इतना खर्च करने के बाद भी मुंबई की सड़कों पर गड्ढे अब भी मौजूद हैं।

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