बीएमसी ने अब शनिवार और रविवार दोनों दिन विवाह पंजीकरण की सुविधा शुरू कर दी है।यह सेवा 'वीकेंड मैरिज रजिस्ट्रेशन सर्विस' के नाम से शुरू की गई है। इसके अलावा, सोमवार से शुक्रवार तक 'फास्ट-ट्रैक मैरिज रजिस्ट्रेशन सर्विस' भी उपलब्ध रहेगी। इन दोनों सेवाओं का लाभ उठाने वाले जोड़ों को पंजीकरण के दिन ही विवाह प्रमाणपत्र दिया जाएगा।
क्या होगा इससे फायदा?
कई नौकरीपेशा या व्यवसायिक जोड़ों को अपनी शादी का पंजीकरण कराने के लिए कार्यदिवस में छुट्टी लेनी पड़ती थी। बीएमसी ने इस असुविधा को दूर करने के लिए यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। इससे विवाह पंजीकरण प्रक्रिया आसान और तेज़ हो जाएगी।बीएमसी आयुक्त भूषण गगरानी के निर्देश पर प्रशासनिक कार्यों को आसान बनाने के लिए यह पहल शुरू की गई है।जन स्वास्थ्य विभाग ने अतिरिक्त नगर आयुक्त (पश्चिमी उपनगर) के मार्गदर्शन और उपायुक्त (जन स्वास्थ्य) शरद उखड़े के निर्देश पर यह सेवा शुरू की है।
फास्ट ट्रैक और सप्ताहांत सेवाएँ
फास्ट-ट्रैक विवाह पंजीकरण सेवा
यह सेवा सोमवार से शुक्रवार तक कार्यदिवसों में उपलब्ध रहेगी। प्रत्येक संभागीय कार्यालय में प्रतिदिन 30 विवाह पंजीकरणों के कोटे में से 20 प्रतिशत, यानी 6 पंजीकरण, 'फास्ट ट्रैक' सेवा के लिए आरक्षित रहेंगे। नियमित शुल्क और 2,500/- रुपये का अतिरिक्त शुल्क। इस सेवा के लिए 2,500/- का भुगतान करना होगा। ये दोनों सेवाएँ रविवार, 21 सितंबर, 2025 से शुरू हो रही हैं।
विवाह पंजीकरण की आवश्यकता और संख्या
उपायुक्त (जन स्वास्थ्य) शरद उखड़े के अनुसार, बीएमसी में हर साल लगभग 30,000 से 35,000 विवाह पंजीकृत होते हैं।
हालांकि, विवाह प्रमाणपत्र एक महत्वपूर्ण दस्तावेज़ है और कई सरकारी कार्यों के लिए आवश्यक होता है। प्रशासन ने देखा है कि कई जोड़े समय की कमी के कारण पंजीकरण नहीं कराते हैं। इसलिए, प्रशासन को विश्वास है कि इन नई सेवाओं से विवाह पंजीकरण की संख्या में वृद्धि होगी।
ये दोनों नई सेवाएँ सार्वजनिक अवकाशों पर उपलब्ध नहीं होंगी।
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