डेंगू और मलेरिया ( dengue and maleria) के मामलों में वृद्धि के बाद बीएमसी (BMC) के कीटनाशक विभाग ने प्रमुख और परिधीय अस्पतालों, प्रसूति घरों और औषधालयों सहित नागरिक चिकित्सा सुविधाओं में मच्छरों के प्रजनन स्थलों का पता लगाने और उन्हें नष्ट करने के लिए एक अभियान शुरू किया है।
25 सितंबर तक शहर में मलेरिया के 570 मामले और डेंगू के 180 मरीज सामने आ चुके हैं। जबकि, पूरे अगस्त महीने के यही आंकड़े 787 और 169 रहे है। बीएमसी ने 19 सितंबर को एक विशेष अभियान शुरू किया। वर्तमान अभियान के अलावा, नागरिक निकाय ने वार्षिक प्री-मॉनसून एंटी-मच्छर पहल भी आयोजित की और पिछले नौ महीनों में मलेरिया के लार्वा से पीड़ित 9,300 प्रजनन स्थलों और डेंगू के 65,099 स्पॉट को नष्ट कर दिया।
अभियान के दौरान, कीटनाशक विभाग की टीम ने 95,88,279 विषम वस्तुओं जैसे टायर, पानी के भंडारण टैंक का निरीक्षण किया और 3,51,859 अन्य स्क्रैप के अलावा 13,004 बेकार टायरों का निस्तारण किया। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, मच्छरों के प्रजनन को रोकने में विफल रहने वाली समितियों के खिलाफ अदालत में 721 मामले भी दर्ज किए गए थे। ऐसी सोसायटियों से 12,15,800 लाख रुपये का जुर्माना भी वसूला गया।
बीएमसी ने कहा, इस महीने डेंगू और मलेरिया के मामले बढ़े हैं। इसलिए, अतिरिक्त आयुक्त संजीव कुंबर ने हमें एक विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिया है। तदनुसार, हमारी टीम मच्छरों के प्रजनन स्थलों को खोजने और नष्ट करने के लिए सभी अस्पताल परिसरों का दौरा कर रही है।
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