मानसून में खुले मेनहोल में गिरकर कोई दुर्घटनाग्रस्त न हो इसीलिए अब बीएमसी ने निर्णय लिया है कि अब मल निकासी वाले मेनहोल्स पर जालियां लगायी जाएंगी। बीएमसी का मानना है कि इससे सुरक्षा के साथ साथ मानसून सीजन में पानी सड़कों पर पानी भरने के बाद उन्हें निकलने में भी आसानी होगी।
बीएमसी के मुताबिक जिन इलाकों में पानी जमा होता है उन इलाकों के सभी मेनहोल्स में इस तरह की धातु की जालियां लगाई जाएंगी। इस काम के लिए पहले चरण में 368 जालियां लगायी जाएंगी। इस धातु के एक जाली की कीमत लगभग 9500 रूपये है.
हो चुके हैं कई हादसे
गौरतलब है कि पिछले साल बारिश के सीजन में 29 अगस्त को जोरदार बारिश होने के कारण सड़कों पर पानी भर गया था। पानी भर जाने के कारण डॉ. दीपक अमरापुरकर मेनहोल नहीं देख पाएं और उसमें गिर कर उनकी मौत हो गयी। इसी तरह की एक घटना मुलुंड में भी हुई थी। ऐसी घटनाओं को देखते हुए ही बीएमसी ने यह निर्णय लिया है।
चोरी भी होते हैं ढक्क्न
मुंबई में लगे मेनहोल्स के ढक्क्न अक्सर चोरी भी हो जाते हैं। अकसर बंद रहने वाले ये ढक्क्न बारिश के सीजन में पानी भरने पर ही खोले जाते हैं। इस कारण ही इस पर बीएमसी ने एक विशेष प्रकार की धातु की जाली लगाने कर निर्णय लिया है। यह धातु बेहद ही हल्की लेकिन मजबूत होती है।
इन स्थानों पर लगेंगी जालियां
आपको बता दें कि शहर और उपनगर मिलकर मल निकासी के लिए कुल 1993 किमी लंबी नालियां बनाई गई हैं जिनके ऊपर कुल 72 हजार मेनहोल्स हैं। मुंबई के 700 तो उपनगरों के 150 स्थान ऐसे हैं जहां पानी भरता है। इन सभी स्थानों पर यह जालियां लगाई जाएंगी।