बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) एक नया वीडियो एनालिटिक्स सॉफ्टवेयर लगाने जा रहा है जो वास्तविक समय में कैमरे द्वारा कैप्चर की गई आपदाओं की पहचान करेगा। इससे आपदा प्रबंधन विभाग के नियंत्रण कक्ष को जल्द से जल्द अलर्ट किया जाएगा। यह मशीन कंप्यूटिंग तकनीक के माध्यम से किया जाएगा, एक कंप्यूटिंग तकनीक जिसके माध्यम से सिस्टम वास्तविक समय की फिड को दूर करने के लिए अतीत के डेटा पैटर्न का विश्लेषण करता है
परियोजना पहले से ही राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष में मंत्रालय में की जा रही
सॉफ्टवेयर इन कैमरों से प्राप्त वीडियो फुटेज में से पेड़ के गिरने, आग लगने, इमारत गिरने, सड़क दुर्घटना, सड़क पर झगड़े और अन्य असामान्य छवियों की पहचान करने में सक्षम होगा। यह परियोजना पहले से ही राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष में मंत्रालय में की जा रही है। इसके लिए पुलिस और ट्रैफिक पुलिस के बीच तालमेल की जरूरत होगी, क्योंकि ट्रैफिक या पुलिस पुलिस द्वारा 5,000 के नए लॉट में से कुछ कैमरे लगाए जा रहे हैं।
आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ की स्थापना 1999 में नगर निगम के प्रधान कार्यालय में की गई थी, जिसमें किसी भी खतरनाक स्थिति के कारण जान-माल के नुकसान को कम करने का एक विशिष्ट उद्देश्य था जो कि ग्रेटर मुंबई के नगर निगम के अधिकार क्षेत्र में कहीं भी हो सकता है।
यह भी पढ़े- 31 दिसंबर को शिर्डी का साईबाबा मंदिर रातभर खुला रहेगा