66,750 सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में से 65,103 स्कूल ही लड़कियों के लिए शौचालय की सेवा देते है। राज्य सरकार ने बाकी बचे स्कूलों को भी लड़कियों के लिए शौचालय की सेवा शुरु करने का आदेश दिया है। इसके साथ ही सरकार ने स्कूलों को साबुन मशीन, डस्टबिन, बाल्टी, मग, लाइट और भी कई सेवाएं देने का भी आदेश दिया है।
लड़कियों के स्कूल छोड़ना बनी बड़ी वजह
पिछलें कुछ सालों मे पाया गया है की सरकार स्कूलों से काफी लड़कियों ने स्कूल छोड़ दिया है और इन सबका सबसे बड़ा कारण है शौचालय की सही व्यवस्था ना होना। भले ही स्कूल शौचालय की सुविधा प्रदान करते हैं, लेकिन वे अच्छी स्थिति में नहीं हैं। सरकार का लक्ष्य लड़कियों को स्कूल ने निकलने की दर को कम करना है।
शिक्षा विभाग द्वारा पारित आदेश में यह भी कहा गया है कि प्रत्येक स्कूल (कंपोजिट ग्रांट) को दी जाने वाली राशि में से 10% का उपयोग स्वछता कार्य योजना के लिए करेगी। कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) योजनाएं यह भी सुनिश्चित करेंगी कि स्कूलों में स्वच्छता और साफ वातावरण बना रहा।
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