कोरोना वायरस (Coronavirus) को फैलने से रोकने के लिए कल्याण-डोंबिवली (KDMC) के कमिश्नर विजय सूर्यवंशी (vijay suryavanshi) ने मंगलवार को शहर की सीमा को पूरी तरह से सील करने का फैसला किया था। तदनुसार, यह निर्णय 8 मई से नगरपालिका क्षेत्र में लागू किया जाना था। लेकिन अब इस फैसले को बुधवार टाल दिया गया है।
कल्याण-डोंबिवली नगर निगम से प्राप्त जानकारी के अनुसार, 5 मई, 2020 तक शहर में 224 कोरोना (covid-19) संक्रमित रोगी पाए गए हैं। इनमें से 147 कोरोना रोगियों का अभी भी इलाज चल रहा है जबकि 3 की मौत हो चुकी है। इस वायरस से ठीक होने वाले 74 रोगियों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। वर्तमान में जिन रोगियों का इलाज चल रहा है, उनमें से 60 लोग ऐसे थे जिन्होंने मुंबई के विभिन्न हिस्सों में यात्रा की थी। इसके बाद कल्याण-डोंबिवली नगर आयुक्त विजय सूर्यवंशी ने यह फैसला लिया कि, मुंबई आने जाने के कारण ही क्षेत्र में कोरोना फैल रहा है, इसीलिए शहर से आने जाने पर पाबंदी लगाई जाएगी। इसके बाद इलाके की सीमा को सील करने का निर्णय लिया गया।
प्रवास प्रतिबंधित करण्याचा निर्णय स्थगित!
— Kalyan Dombivli Municipal Corporation (@KDMCOfficial) May 6, 2020
अनेक कर्मचारी/अधिकारी यांची मुंबई मध्ये राहण्याची सोय होण्यासाठी काही कालावधी लागणार आहे म्हणून दि. ८ मे २०२० रोजी लागू होणारा प्रवास प्रतिबंधित करण्याचा निर्णय कल्याण डोंबिवली महानगरपालिकेने स्थगित केला आहे. pic.twitter.com/xw6WY6VXLC
इस निर्णय के अनुसार, आवश्यक कार्य के कारण बाहर जाने वाले कर्मियों को सीमा से बाहर जाने के बाद केडीएमसी में फिर से प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसलिए, प्रशासन ने सरकारी, नगरपालिका और निजी क्षेत्र के कर्मचारियों को निर्देश दिया था कि वे BMC के माध्यम से अपने काम के निकटतम स्थित होटलों में रहने की व्यवस्था करें। लेकिन कर्मचारियों के आवास की व्यवस्था में समय की कमी को देखते हुए इस निर्णय स्थगित कर दिया गया।
वर्तमान समय में, केडीएमसी से हर दिन ढाई हजार आवश्यक सेवा कर्मी मुंबई के विभिन्न हिस्सों में काम करने के लिए जाते हैं। निगम की तरफ से इन कर्मचारियों के लिए एक फॉर्म जारी किया गया, जिसमें इन कर्मचारियों को इस फॉर्म में अपनी पूरी जानकारी भरनी होगी।