राज्य मेडिकल इंटर्न एसोसिएशन महाराष्ट्र के छात्रों और डॉक्टरों ने मजदूरी बढ़ाने के लिए गुरुवार को विरोध रैली का आयोजन किया था, जिसके बाद राज्य सरकार की ओर से बुधवार को इस बाबत निर्णय लेने की बात कही जा रही है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने इस बाबत 2 मई को एक बैठक बुलाई है। इस बैठक में वेतन के बारे में अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
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फिलहाल सिर्फ 6 हजार मिलता है वेतन
2015 में, चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान निदेशालय ने प्रति माह 11 हजार रुपये की वेतन वृद्धि को मंजूरी दी। हालांकि, छात्रों ने कहा कि इसे अभी तक लागू नहीं किया गया। जिन छात्रों के पास राज्य सरकार के मेडिकल कॉलेज में 1 साल की इंटर्नशिप है, उन्हें इस महीने के लिए केवल 6 हजार रुपये दिए जाते है। लेकिन, छात्रों ने इस वेतन का भुगतान 6 हजार से 20 हजार तक करने की मांग की है।
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60 से 70 घंटे करते है काम
मेडिकल कॉलेज के साढ़े चार साल के स्नातकोत्तर छात्रों को सरकारी अस्पताल में एक वर्ष की सेवा देनी होती है। ये छात्र सप्ताह में 60 से 70 घंटे काम करते हैं। लेकिन इन्हे वेतन काफी कम मिलता है।