Advertisement

मुंबई - धारावी पुनर्विकास परियोजना को महाराष्ट्र सरकार द्नारा की जाने की मांग

धारावी निवासियों का एक वर्ग महाराष्ट्र सरकार से पुनर्विकास परियोजना को संभालने की मांग की

मुंबई - धारावी पुनर्विकास परियोजना को महाराष्ट्र सरकार द्नारा की जाने की मांग
SHARES

मुंबई के धारावी झोपड़पट्टी इलाको के रिडेवलपमेंट का काम अदानी समुह को दिया गया है। जिसका अब स्थानिय लोगो ने विरोध करना शुरु कर दिया है।  आप पार्टी कार्यकर्ताओ के साथ साथ स्थानिय जनता ने भी धारावी पुनर्विकास परियोजना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए  "अडानी वापस जाओ" के नारे दिए।बुधवार को 'धारावी बचाओ आंदोलन (DAB)' के बैनर तले इस आंदोलन का आयोजन किया गया।   (Dharavi Residents demands to take over redevelopment project by Maharashtra government)

विरोध प्रदर्शन में धारावी विकास परियोजना के लिए योग्य लोगों की पहचान करने के लिए नए सिरे से सर्वेक्षण की मांग की गई। विरोध प्रदर्शन में मुंबई और धारावी विकास परियोजनाओं के लिए योग्य लोगों की पहचान करने के लिए नए सिरे से सर्वेक्षण की मांग की गई। मुंबई शहर के मध्य में धारावी स्थित है। एशिया का सबसे बड़ा स्लम एरिया, यहां तमिल बड़ी संख्या में रहते हैं।

राज्य सरकार धारावी के लोगों के लिए अपार्टमेंट घर बनाने के लिए एक विकास परियोजना शुरू करने जा रही है। इसका ठेका कार्य अडाणी ग्रुप को सौंपा गया है। इसके जरिए धारावी में 259 हेक्टेयर क्षेत्र में विकास परियोजना पूरी की जाएगी।  अचानक विरोध इस योजना का समर्थन और विरोध हो रहा है।   धारावी में कल एक समूह ने अचानक विरोध प्रदर्शन किया,  राव बहादुर शिवराज मैदान में एकत्र हुए और विरोध प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन में स्थानीय लोग, कार्यकर्ता और आम आदमी पार्टी के सदस्य शामिल हुए। धारावी के 90 फीट रोड पर खड़े होने पर भी कुछ लोगों ने विरोध किया। 

स्थानिय लोगो का कहना है की नया सर्वेक्षण धारावी विकास परियोजना सबसे बड़ा भूमि घोटाला हम योग्यता के आधार पर एक नया सर्वेक्षण चाहते हैं। अब तक के सभी मौजूदा निवासियों को पात्र मानकर 405 वर्ग फुट का मकान उपलब्ध कराया जाए। 2008 की जनगणना में 59,000 लोगों को आवास के लिए पात्र माना गया था। लेकिन अब ये संख्या एक लाख से ज्यादा हो गई है. इसलिए नया सर्वे कराकर सभी पात्र लोगों को आवास मुहैया कराया जाए। धारावी मुंबई शहर में विभिन्न लघु उद्योगों का केंद्र है। इसकी 80 प्रतिशत आबादी स्थानीय व्यवसायों पर निर्भर है। इसलिए धारावी को एक विशेष आर्थिक क्षेत्र माना जाना चाहिए। 

यह भी पढ़े-मुंबई - म्हाडा लॉटरी की तारीख 14 अगस्त तय

संबंधित विषय
Advertisement
मुंबई लाइव की लेटेस्ट न्यूज़ को जानने के लिए अभी सब्सक्राइब करें