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मोटे कुत्तों पर भारत में पहली बार लैप्रोस्कोपिक स्लीव गैस्ट्रेक्टोमी सर्जरी

अतिरिक्त वजन कम करने के लिए की गई सर्जरी

मोटे कुत्तों पर भारत में पहली बार लैप्रोस्कोपिक स्लीव गैस्ट्रेक्टोमी सर्जरी
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बहुत से लोग वजन कम करने के लिऐ सर्जरी का सहारा लेते हैं। लेकिन, एक कुत्ते (DOG) ने वजन कम करने के लिए लैप्रोस्कोपिक स्लीव गैस्ट्रेक्टोमी सर्जरी करवाई है। यह सुनकर आप चकीत हुऐ ना । लेकिन ये सच है। मोटापा एक बीमारी है। इंसानों के साथ-साथ कुत्तों में भी मोटापा बढ़ रहा है। पुणे में ऐसे ही 50 किलो वजनवाले कुत्ते की वजन घटाने की सर्जरी हुई है। इस सर्जरी के बाद एक हप्ते में कुत्ते का वजन 5 किलो कम हो गया है।

पुणे के कर्वेनगर निवासी दारूवाला इस कुत्ते का पालन कर रहे है। पांच साल पहले जब दीपिका घर आईं तो घर में खुशी का माहौल था। शुरुआत में वह घर के कामों में मदद करते हुए घर के आसपास दौड़ती थीं। वह परिवार के अन्य सदस्यों के निर्देशों का भी पालन कर रही थी। लेकिन फिर उसे सांस लेने में तकलीफ होने लगी। सांस लेने में असमर्थ, वह एक जगह बैठी रहती थी। यह बात समझ में आने के बाद उसे डॉक्टर दवारा इलाज शुरू किया गया। हर महीने 10 हजार रुपये दवाओं पर खर्च हो रहा था। लेकिन, उसकी हालत में सुधार नहीं हो रहा था। उसके बाद परिजनों ने सोशल मीडिया से जानकारी ली और पुणे के स्मॉल एनिमल क्लिनिक के डॉ. नरेंद्र परदेशी से मिले। डॉक्टरों ने अतिरिक्त वजन कम करने के लिए आहार में बदलाव करके लैप्रोस्कोपिक स्लीव गैस्ट्रोनॉमी सर्जरी करने की सलाह दी। इसके बाद लेप्रोस्कोपिक और बेरिएट्रिक सर्जन डॉ. शशांक ने शाह से चर्चा करने के बाद सर्जरी कराने का फैसला किया। इस सर्जरी ने कुत्ते की जिंदगी बदल दी है।

पुणे के लँपरो ओबेसो सेंटर के लेप्रोस्कोपिक और बेरिएट्रिक सर्जन डॉ. शशांक शाह ने कहा, '' इंसानों के साथ-साथ जानवरों में भी मोटापा बढ़ रहा है। व्यायाम की कमी, अनिश्चित भोजन और सोने के समय के कारण जानवरों में वजन बढ रहा है। देश में कई मोटे पालतू जानवर हैं, उन्हें सर्जरी की जरूरत है। लैब्राडोर, गोल्डन रिट्रीवर, बॉक्सर, सेंट बर्नार्ड भारतीय कुत्तों की नस्लें हैं जिन्हें उच्च कार्बोहाइड्रेट वाले खाद्य पदार्थ खिलाए जाते हैं। ऐसी ही स्थिति इस कुत्ते के साथ भी थी। इंसानों की तरह इस कुत्ते को भी मोटापा, उच्च रक्तचाप, हृदय रोग और जोड़ों के विकार है। कुत्ते की उम्र 12 से 15 साल होती है। हालांकि मोटापे ने कुत्ते की उम्र छह साल कम कर दी है।"

पुणे स्थित स्मॉल अ‍ॅनिमल क्लिनिक के (एम व्ही एससी-सर्जरी व्हेट लेप्रोस्कोपिक सर्जन) डॉ. नरेंद्र परदेशी ने कहा, "मोटापा कुत्तों के जोड़ों को कमजोर कर देता है और शारीरिक गतिविधि को धीमा कर देता है। इन कुत्तों के शरीर की चर्बी को मापने के लिए कई चिकित्सा परीक्षण किए गए। शरीर की चर्बी के अनुसार कुत्ते के आहार में बदलाव किया गया था। साथ ही दवा के जरिए वजन कम करने की कोशिश की गई। लेकिन कुत्ते पर इसका कोई असर नहीं हुआ। इसके बाद उन्होंने कुत्ते के मालिक से अनुमती लेकर वजन घटाने की सर्जरी कराने का फैसला किया।"

"6 जून, 2021 को कुत्ते की सर्जरी की गई थी। कुत्ते को बेहोश कर ऑपरेशन किया गया। सर्जरी करीब दो घंटे तक चली। सर्जरी से पहले 12 घंटे तक कुत्ते को तरल भोजन के अलावा कुछ नहीं दिया गया। आम तौर पर, प्रत्येक कुत्ते का वजन 18 से 20 किलो होना चाहिए। हालांकि इस कुत्ते का वजन 50 किलो तक था। सर्जरी के बाद कुत्ते को सात दिन तक चिकन सूप दिया गया। उसके बाद महज पांच दिनों में कुत्ते का वजन 5किलो कम हो गया है। अब कुत्ते का वजन 45 किलो है। कुत्तों को वर्तमान में व्यायाम करने की सलाह दी जाती है," डॉ. परदेशी ने कहॉ। 

डॉ नरेंद्र परदेशी ने कहा, "पालतू जानवरों के मोटापे के मुद्दे पर कड़ी निगरानी रखने की जरूरत है। अगर आपके पालतू जानवर का वजन बढ़ रहा है तो तुरंत पशु चिकित्सक से संपर्क करें।"

कुत्ते के मालिक दारूवाला ने कहा, "सर्जरी के बाद से मेरे कुत्ते का जीवन बहुत बदल गया है।" अब वह पहले की तरह घर पर हैं। अधिकांश पालतू पशु मालिक इस बात से अनजान हैं कि कुत्तों के लिए बेरिएट्रिक सर्जरी भी उपलब्ध है। यह अवसर अब सभी के बीच पशु मोटापे के बारे में जागरूकता पैदा करेगा। लेकिन, पशुओं में मोटापे से बचने के लिए जितना हो सके तो उन्हें मिठाई न खिलाए।"

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