पहली बार पालक मंत्री को बृहन्मुंबई नगर निगम मुख्यालय में एक अलग कार्यालय मिल रहा है। कार्यालय हेरिटेज बिल्डिंग की दूसरी मंजिल पर स्थित है। उपनगरों के पालक मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने कहा है कि कार्यालय का उपयोग आपदा स्थितियों के दौरान एजेंसियों और नागरिकों के बीच समन्वय के लिए किया जाएगा। (First time ever, Guardian minister gets office in BMC headquarters)
मानसून में आपदाओं का डर रहता है, ऐसे में यह कार्यालय नागरिकों और अधिकारियों के बीच समन्वय स्थापित करने में मदद करेगा। इस कार्यालय का उपयोग मानसून के बाद आपदा आपातकाल के दौरान भी किया जाएगा। हालांकि, विपक्ष ने इस फैसले पर निकाय प्रशासक और राज्य सरकार की आलोचना की है।
कई पार्टियो ने भी किया विरोध
एनसीपी की पूर्व समूह नेता राखी जाधव ने कहा कि " भाजपा विभिन्न प्रकार की राजनीति में एक ट्रेंड सेटर है, जिसे महाराष्ट्र और मुंबई ने कभी नहीं देखा है। पालक मंत्री को यह पद इसलिए दिया गया क्योंकि राज्य सरकार को शायद लगा कि नगर निगम आयुक्त एक प्रशासक के रूप में विफल रहे हैं, अब यह स्पष्ट है कि भाजपा नागरिक प्राधिकरण को मंत्रालय से चलाना चाहती है, इसीलिए चुनाव में देरी हो रही है"
इस फैसले पर सवाल उठाते हुए शिव सेना(उबाठा) के प्रवक्ता ने कहा, ''उन्हें लगा होगा कि कोई भी न्यायिक व्यवस्था या कानून उन पर लागू नहीं होता है, यह चुनाव टालकर अपनी रियासत बनाने का एक रूप है। पालक मंत्री का मंत्रालय में अपना कक्ष है, उन्हें बीएमसी मुख्यालय में कार्यालय की आवश्यकता क्यों है? राज्य सरकार ने बीएमसी की सावधि जमा को खत्म करने का फैसला किया है"
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