हर साल की तरह इस साल भी गणेश उत्सव के दौरान मुंबई और आसपास के विभिन्न समुद्री तटों पर हजारों की संख्या में मूर्तियों का विसर्जन किया गया। इस साल बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने निर्णय लिया है कि प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी मूर्तियों का रीसायकल किया जाएगा। बीएमसी की तरफ से प्लास्टर ऑफ पेरिस (पीओपी) से बनी लगभग 9400 गणपति मूर्तियों को एकत्र कर रीसायकल करने के लिए भेजा गया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस विषय पर बात करते हुए जी नॉर्थ वार्ड के सहायक आयुक्त किरण दिघावकर ने कहा कि, “पहले हम सभी विसर्जित मूर्तियों को गहरे समुद्र में ले जा कर फिर से उनका विसर्जन करते थे। लेकिन इस बार हमने उन मूर्तियों को एकत्र किया है बह कर किनारे पर आ जाती थीं, इन्हें रीसायकल के लिए भेज दिया गया है।
अधिकारी ने आगे बताया कि इनमें से अधिकांश मूर्तियों को गणपति विसर्जन के एक दिन बाद एकत्र किया गया। इन मूर्तियों को धारावी स्थित खाद संयंत्र ले जाया जाएगा इसके बाद सूखे कचरे को अलगाव केंद्र में भेजा जाएगा।
आपको बता दें कि बीएमसी द्वारा यह पहली बार है कि वह विसर्जित मूर्तियों का रीसायकल कर रही है। जैसा कि एक को पता है कि प्लास्टर ऑफ पेरिस पानी में नहीं घुलता है और कृत्रिम पेंट और प्लास्टिक समुद्र के वनस्पतियों और जीवों को नुकसान पहुंचाते हैं।