मार्च महिने में शहर में दो मौते एच 1 एन 1 की वजह से हो गई है।
अग्रीपाड़ा की एक 30 वर्षीय महिला और मझगांव की 65 वर्षीय महिला ने बीमारी
के कारण दम तोड़ दिया। राज्य में इस साल अब तक 1,346 सकारात्मक H1N1 मामले
और 120 मौतें दर्ज की गई हैं।इस महीने की मृत्यु समिति की बैठक के दौरान दो
मौतों की पुष्टि की गई थी। उन्होंने कहा कि 65 वर्षीय पीड़िता एक सप्ताह
से मधुमेह ( डाईबिटिज) से पीड़िता थी और अस्पताल में भर्ती थी।
शहर में
इस साल अब तक एच 1 एन 1 के 134 मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें से 40 फरवरी
में, 80 मार्च में और 14 इसी महीने बताए गए। 8.8 लाख मरीजों की अब तक जांच
की जा चुकी है और 15,500 से अधिक संदिग्ध मरीजों को वायरस के खिलाफ काम
करने वाली दवा ओसेल्टामिविर में डाल दिया गया है।
H1N1 एक एयरबोर्न श्वसन रोग है जो ए इन्फ्लूएंजा वायरस के प्रकार से होता है। संक्रमण के सबसे आम लक्षण नाक जाम, गले में खराश, बुखार, खांसी, सांस फूलना, शरीर में दर्द, उल्टी और दस्त हैं। बच्चों, गर्भवती महिलाओं, वरिष्ठ नागरिकों को इन बीमारियों से दूरी बनानी चाहिये। वर्ष 2009 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यू.एच.ओ.) ने इसे पैन्डेमिक (महामारी ) करार दे दिया था।
क्या है H1N1
यह सांस संबंधी एक ऐसी बीमारी है, जो
संक्रमण के जरिए फैलती है और सामान्यत: सूअरों में पायी जाती है। पश्चिमी
देशों से फैली यह बीमारी आज बदलते मौसम के साथ दुनियाभर के कई देशों में
तेजी से फैल रही है। इस रोग का वाहक टाइप ‘ए’ इन्फ्लूएंजा वायरस एच1एन1 है,
जिसकी खोज सबसे पहले सन 1930 में की गयी थी। दरअसल, यह वायरस हवा के जरिये
हमारे वातावरण में फैलता है, जिसके शुरुआती लक्षण सामान्य बुखार के रूप
में सामने आते हैं।