
शिवसेना के मुख्य नेता और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मुंबई और ठाणे को बहुत ही बड़ी सौगात दी है यह सौगात मुंबई और ठाणे की तस्वीर और भी बदल देगा। उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मुंबई के महालक्ष्मी रेसकोर्स और कोस्टल रोड की खाली जमीन को मिलाकर कुल 2950एकड़ क्षेत्र में विश्वस्तरीय सेंट्रल पार्क विकसित करने का फैसला किया है। प्रस्तावित सेंट्रल पार्क का मैप उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के समक्ष प्रस्तुत किया गया।(India's biggest central park will be built in Mumbai says Deputy Chief Minister Eknath Shinde)
सेंट्रल पार्क के निर्माण पर 700 से 750 करोड़ रुपये खर्च होने की संभावना
इस अवसर पर मुंबई महानगरपालिका आयुक्त भूषण गगराणी तथा प्रसिद्ध आर्किटेक्ट हाफिज कॉन्ट्रैक्टर उपस्थित थे। यह परियोजना मुंबईकरों के लिए अब तक की सबसे बड़ी सौगात मानी जा रही है। सेंट्रल पार्क के निर्माण पर 700से 750 करोड़ रुपये खर्च होने की संभावना जताई गई है। परियोजना के तहत सेंट्रल पार्क को भूमिगत मार्ग के माध्यम से सीधे कोस्टल रोड से जोड़ा जाएगा। उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने स्पष्ट किया कि रेसकोर्स और उसके ऐतिहासिक विरासत को किसी भी प्रकार की क्षति नहीं पहुंचाई जाएगी।
स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में अंतरराष्ट्रीय स्तर के खेलों के साथ-साथ खो-खो, कबड्डी जैसे पारंपरिक भारतीय खेल भी
महालक्ष्मी रेसकोर्स की 1250एकड़ भूमि पर विश्व स्तरीय सेंट्रल पार्क विकसित किया जा रहा है। इसके साथ ही कोस्टल रोड की 170 एकड़ जमीन को मिलाकर कुल 2950एकड़ में भव्य और दिव्य सेंट्रल पार्क बनाया जाएगा। सेंट्रल पार्क के नीचे 10। लाख वर्ग फुट का विश्वस्तरीय स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स भी विकसित किया जाएगा। इस स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में अंतरराष्ट्रीय स्तर के खेलों के साथ-साथ खो-खो, कबड्डी जैसे पारंपरिक भारतीय खेलों की सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी। उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि यह स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स पूरी तरह पर्यावरण के अनुकूल होगा।
घुड़दौड़ का आनंद भी
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बताया कि सेंट्रल पार्क में घूमते समय मुंबईकर घुड़दौड़ का आनंद भी ले सकते है। उन्होंने आगे साफ़ किया की सेंट्रल पार्क की जमीन पर फुटपाथ के आलावा किसी भी प्रकार का निर्माण नहीं होगा, पूरा क्षेत्र हरित उद्यान के रूप में विकसित किया जाएगा। यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए सेंट्रल पार्क को १२०० मीटर लंबे भूमिगत मार्ग के माध्यम से सीधे कोस्टल रोड से जोड़ा जाएगा। इसके लिए ५५० करोड़ रुपये का टेंडर जारी किया गया है। इन सभी परियोजनाओं का डिज़ाइन प्रसिद्ध आर्किटेक्ट हाफिज कॉन्ट्रैक्टर द्वारा तैयार किया गया है।
इस पार्क के लिए मेट्रो लाइन–3 पर ‘नेहरू विज्ञान केंद्र’ सबसे नजदीकी स्टेशन
सेंट्रल पार्क की कनेक्टिविटी को लेकर जानकारी देते हुए मुंबई महानगरपालिका आयुक्त भूषण गगराणी ने बताया कि इस पार्क के लिए मेट्रो लाइन–3 पर ‘नेहरू विज्ञान केंद्र’ सबसे नजदीकी स्टेशन होगा। इस मेट्रो स्टेशन को भूमिगत मार्ग के ज़रिये सीधे सेंट्रल पार्क से जोड़ा जाएगा। यह भूमिगत मार्ग अन्नी बेझंट रोड से होते हुए हाजी अली तक जाएगा, जहां पार्किंग सुविधा से जोड़ा जाएगा। इसके बाद यह मार्ग कोस्टल रोड से भी जुड़ा होगा, ऐसा आयुक्त गगराणी ने बताया। उन्होंने कहा कि कोस्टल रोड और सेंट्रल पार्क के बीच भूमिगत कनेक्टिविटी होने से सेंट्रल पार्क और स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आने वाली भीड़ को बेहतर तरीके से नियंत्रित किया जा सकेगा। कोस्टल रोड पर उपलब्ध पार्किंग में 1200 कारें और 100 बसें खड़ी करने की क्षमता है।
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