दो महिलाओं के खुले मैनहोल (Manhole) में गिरने के मुद्दे पर सियासत गरमा गई है।भांडुप (Bhandup) के विलेज रोड इलाके में नाला टूटने से दो महिलाएं गिर गई है। सत्ता पक्ष और विपक्ष द्वारा आरोप लगाए जा रहे हैं। इससे राजनीति गर्म होती जा रही है। इस बीच, इस मामले में नगर आयुक्त ने मुंबई नगर निगम (BMC) क्षेत्र में सभी सड़कों पर बने मैनहोल का तत्काल और नए सिरे से निरीक्षण करने के सख्त निर्देश दिए हैं।
बुधवार को हुई भारी बारिश ने भांडुप ग्राम रोड क्षेत्र की सड़कों को भिगो दिया था। दो महिलाएं इस पानी से बाहर निकलने का रास्ता तलाश रही थीं। अचानक एक-एक कर महिलाएं गटर में गिर गईं। जब तक यह घटना हुई तब तक बारिश थम चुकी थी। नतीजा यह रहा कि नालों में पानी का बहाव कम हो गया। नहीं तो दोनों महिलाओं की जान पर बन आती।
पूर्वोत्तर मुंबई के बीजेपी सांसद मनोज कोटक (Manoj kotak) ने सवाल उठाया है कि "क्या बीएमसी कुंभकर्ण की नींद से जागेगी। डॉ अमरपुरकर कांड के बाद भी बीएमसी ने सबक नहीं लिया क्या बीएमसी किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रही है। सवाल उठ रहे हैं कि यह कब तक लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ करेगा। बीएमसी को चाहिए कि मैनहोल की समस्या को गंभीरता से लें। खुशी की बात है कि ये महिलाएं बच गईं। हालांकि, दुख की बात है कि नगर पालिका अभी भी उपेक्षा कर रही है"
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