राज्य में बढ़ते कोरोना वायरस (Coronavirus) के मद्देनजर स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे (rajesh tope) ने बुधवार को स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा कि, लोगों को कड़े नियमों के संबंध में भी अपनी मानसिकता तैयार रखनी चाहिए। टोपे एक संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों को एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार (sharad pawar) की स्वास्थ्य से जुड़ी स्थिति के बारे में जानकारी दे रहे थे। उन्होंने कहा, लॉकडाउन के बारे में अभी कोई भी निर्णय नहीं लिया गया है, लेकिन राज्य सरकार भीड़ से बचने के लिए मौजूदा प्रतिबंधों को कड़ा करने के लिए कदम उठाएगी।
राज्य में लॉकडाउन को लेकर उन्होंने आगे कहा कि, इसके बारे में चर्चा निश्चित रूप से विभिन्न तरीकों से शुरू होती है। राज्य सरकार मौजूदा प्रतिबंधों को कड़ा करने के लिए कदम उठाएगी। उस संबंध में लोगों की मानसिकता तैयार होनी चाहिए। भीड़ से बचना ही मुख्य उद्देश्य है। इसलिए, हम भीड़ भरे स्थानों पर सख्त प्रतिबंध लगाने की योजना बना रहे हैं।
नियम पाळा आणि लॉक़डाऊन टाळा
— NCP (@NCPspeaks) March 31, 2021
लॉकडाऊनचा कोणताही निर्णय झालेला नाही, मात्र गर्दी टाळण्यासाठी काही कडक निर्बंध लावण्याचे नियोजन राज्य सरकार करत आहे. अंतिम निर्णय झाल्यानंतर त्याची माहिती दिली जाईल, असे सार्वजनिक आरोग्यमंत्री ना. @rajeshtope11 यांनी स्पष्ट केले. #CoronaUpdate pic.twitter.com/ZopbCqmgTE
टोपे ने कहा, सामाजिक दूरी (social distance) को कड़ाई से लागू करने के लिए उन कदमों के बारे में योजना बनाई जा रही है।आवश्यकतानुसार समय-समय पर अधिसूचनाएँ जारी की जा रही हैं।अब तक इस तरह के दो नोटिफिकेशन 15 मार्च और तीन दिन पहले जारी किए जा चुके हैं। यदि कोरोना वायरस के केस बढ़ते हैं और लोग लापरवाही बरतते हैं, तो हमें प्रतिबंधों को कड़ा करने का निर्णय लेना होगा। यदि आप लॉकडाउन से बचना चाहते हैं, तो नियमों का पालन करें और लॉकडाउन से बचें, यही मैं इस अवसर पर कहना चाहता हूं।
जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि, राज्य में कोरोना बेड हर जगह उपलब्ध है। कुछ अस्पतालों में रोगियों के लिए बेड उपलब्ध नहीं होने की सूचना मिलने के बाद बिस्तरों की संख्या बढ़ाने के लिए कहा गया है। इसके अलावा ऑक्सीजन का 80% उपयोग स्वास्थ्य सेवा के लिए और 20% उपयोग उद्योग के लिए उपयोग करने का आदेश दिया गया है।
उन्होंने आशा जताई कि, राज्य में कोरोना वैक्सीनेशन तेज हो रही है जिसके बाद मरीजों की संख्या में कमी आएगी।