महाराष्ट्र (Maharashtra water crises) को पानी आपूर्ती करनेवाले जलाशयों में फिलहाल 37 फीसदी पानी ही बचा हुआ है। दूसरी ओर, 401 टैंकर कई संकटग्रस्त क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति कर रहे हैं। महाराष्ट्र सरकार ने गुरुवार 26 मई को इसकी जानकारी दी। मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है कि इसके वितरण के लिए पर्याप्त योजना के साथ नागरिकों को बिना कमी के जल आपूर्ति हो।
401 टैंकर पूरे महाराष्ट्र के 455 गांवों के साथ-साथ 1,001 बस्तियों को पानी मुहैया करा रहे हैं। पिछले सप्ताह में 53 अतिरिक्त गांवों के साथ-साथ 116 बस्तियों में पानी की आपूर्ति के लिए टैंकरों का उपयोग किया गया था। इसके साथ ही इस बात पर भी जोर डाला गया है की इसके लिए अतिरिक्त 46 टैंकरों का उपयोग किया जाएगा। आज तक नागपुर जिले में टैंकरों से पानी की आपूर्ति करने की आवश्यकता नहीं पड़ी है।
दूसरी ओर, महाराष्ट्र के मराठवाड़ा इलाके के आठ जिलों के 76 शहरी केंद्रों में से केवल सात को ही प्रतिदिन पानी की आपूर्ति हो रही है। औरंगाबाद आयुक्त कार्यालय द्वारा तैयार की गई एक रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गई है। जालना जिले के बदनापुर कस्बे में सबसे ज्यादा 15 दिन का गैप है।
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