Advertisement

मीरा रोड के रहने वाले मेजर कौस्तुभ राणे आतंकियों से मुठभेड़ में हुए शहीद


मीरा रोड के रहने वाले मेजर कौस्तुभ राणे आतंकियों से मुठभेड़ में हुए शहीद
SHARES

सोमवार को बॉर्डर पर आतंकियों से मुठभेड़ में जो चार जवान शहिद हो गए थे उनमे से एक मेजर कौस्तुभ प्रकाश राणे हैं जो मुंबई से सटे ठाणे के मीरा रोड के रहने वाले थे। 34 वर्षीय मेजर कौस्तुभ अपने माता-पिता के अकेले बेटे थे। इनके पीछे अब परिवार में माता-पिता, बहन के अलावा इनकी पत्नी और एक ढाई साल एक बेटा है।



लोगो की मदद को रहते थे आगे 

कौस्तुभ राणे के दोस्त बताते हैं कि कौस्तुभ एक शर्मीले व्यक्तित्व के इंसान थे और लोगों की काफी मदद करते थे। राणे के अंकल ने बताया कि कौस्तुभ इसी साल जनवरी महीने में घर आये थे तब आखिरी बार वे उनसे मिल थे। अब सभी को कौस्तुभ के पार्थिव शरीर का इंतजार है। 

इस समय कौस्तुभ की पत्नी कनिका अपने बेटे को लेकर अपने गांव गयी हुई हैं और कौस्तुभ के माता पिता भी वहीं जाने की तैयारी कर रहे थे। कौस्तुभ के इस वीरगति से उनके इलाके वालों को गर्व है। 

लोगों को है गर्व

राणे के शहीद होने की खबर से उनके घर शीतल नगर के हिरल सागर पर लोगों की भीड़ लग गयी। मूल रूप से कोंकण के रहने वलए कौस्तुभ पिछले 30 साल से मीरा रोड में रह रहे थे। मीरा रोड के होली क्रॉस में पढ़ने वाले कौस्तुभ के पिता टाटा कंपनी में काम करते थे तो माता बोरीवली के एक स्कूल में टीचर थीं अब दोनों रिटायर हो चुके हैं।

आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा जिले के गुरेज सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश कर रहे आतंकियों से मुकाबला करते हुए एक मेजर समेत सेना के चार जवान शहीद हो गए थे इनके नाम मेजर केपी राणे, हवलदार जे. सिंह, हवलदार विक्रम जीत और राइफलमैन मनदीप सिंह है।

Read this story in मराठी or English
संबंधित विषय
Advertisement
मुंबई लाइव की लेटेस्ट न्यूज़ को जानने के लिए अभी सब्सक्राइब करें