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ठाणे नगर निगम की वाटरफ्रंट परियोजना बंद

परियोजना का कार्य करते समय वेटलैंड का कुछ हिस्सा 15 मीटर तक भर गया था जिससे टीएमसी और पर्यावरणविदों के बीच विवाद हुआ।

ठाणे नगर निगम की वाटरफ्रंट परियोजना बंद
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ठाणे नगर निगम के वाटरफ्रंट प्रोजेक्ट (टीएमसी) के पहले चरण का काम सुचारु रुप से चल रहा था। इस परियोजना को महाराष्ट्र तटीय क्षेत्र प्रबंधन प्राधिकरण (एमसीजेएमएमए) द्वारा बंद करने का आदेश दिया गया है। महाराष्ट्र तटीय क्षेत्र प्रबंधन प्राधिकरण (एमसीजेएमएमए) ने कार्य को रोकने का आदेश दिया है क्योकी इसके लिए पर्याप्त अनुमति नहीं ली गई है।

ठाणे क्रीक को सुदंर बनाने का प्रस्ताव

ठाणे क्रीक को सुदंर बनाने के लिए टीएमसी ने ठाणे में वाटरफ्रंट परियोजना का प्रस्ताव दिया था। एक जॉगिंग ट्रैक के साथ बगीचा, साइकिल ट्रैक प्रस्तावित किया गया था जो नागरिकों को तट पर जाने के लिए प्रेरित करेगा। ठाणे स्मार्ट सिटी लिमिटेड मुंब्रा,कोपरी, खारेगांव जैसे तटों को वाटरफ्रंट के हिस्से के रूप में तैयार करने की योजना बनाई जा रही थी । इन सात स्थानों के निर्माण के लिए ₹ 260 करोड़ का अनुबंध दिया गया था। पहला चरण जनवरी 2018 में शुरू हुआ था।

एमसीजेएमएमए ने दिया बंद करने का आदेश

परियोजना का कार्य करते समय वेटलैंड का कुछ हिस्सा 15 मीटर तक भर गया था जिससे टीएमसी और पर्यावरणविदों के बीच विवाद हुआ। रोहीत जोशी नाम के एक पर्यावरणप्रेमी ने इस प्रोजेक्ट का विरोध किया और हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। महाराष्ट्र तटीय क्षेत्र प्रबंधन प्राधिकरण (एमसीजेएमएमए) ने कार्य को रोकने का आदेश दिया है क्योकी इसके लिए पर्याप्त अनुमति नहीं ली गई है।


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