आखिरकार राज्य में नई सरकार सत्ता में आई। एकनाथ शिंदे (eknath shinde) के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही कई फैसले लिए गए। पहली ही बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि जल्द ही मेट्रो 3 कार शेड आरे(AAREY) में बनाया जायेगा। मुख्यमंत्री के इस फैसले का कई पर्यावरणविदों ने विरोध किया था। इस फैसले के खिलाफ रविवार को आरे में आरे बचाओ वन का आयोजन किया जाएगा।
अब पर्यावरणविदों के बाद राजनीतिक दलों ने भी आरे में मुख्यमंत्री के कार शेड के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।मनसे ने आरे में कार शेड बनाने के फैसले का विरोध किया है।मनसे नेता अमित ठाकरे(Amit thackeray) ने कहा है कि नई सरकार का मेट्रो कार शेड (Metro carshed) बनाने का फैसला चौंकाने वाला है। उन्होंने इस फैसले पर पुनर्विचार करने का भी आग्रह किया। अमित ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर पार्टी का पक्ष रखा।
अमित ठाकरे का कहना है की " हम विकास चाहते हैं, लेकिन पर्यावरण की कीमत पर नहीं, यदि हमारा पर्यावरण नष्ट हो जाता है, तो भविष्य में राजनीति करने के लिए कोई इंसान नहीं बचेगा, सभी राजनीतिक नेताओं को इसकी जानकारी होनी चाहिए, अनुरोध है कि नए मुख्यमंत्री और नए उपमुख्यमंत्री आरे में मेट्रो कार शेड को लेकर अपने फैसले पर पुनर्विचार करें,
नई सरकार का आरे जंगल में मेट्रो कार शेड बनाने का फैसला मेरे जैसे कई पर्यावरणविदों के लिए चौंकाने वाला है। आरे में एक कार शेड को रोकने के लिए सैकड़ों युवकों ने संघर्ष किया था। कुछ को पुलिस ने खदेड़ा भी है।
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