लॉकडाउन की छूट के बाद, राज्य में कई उद्योग अब धीरे-धीरे शुरू हो गए हैं। जिसके कारण अब प्रवासी मजदूर महाराष्ट्र में वापस लौट रहे है।गृह मंत्री अनिल देशमुख ने बताया कि उन सभी मजदूरों का समुचित रूप से पंजीकरण किया जा रहा है और उनका औचक निरीक्षण किया जा रहा है।
हर दिन लगभग 15.50 हजार मजदूर आ रहे वापस
लॉकडाउन के दौरान, महाराष्ट्र में प्रवासी मजदूर अपने राज्यों में लौट गए थे। हालांकि मजदूर अब महाराष्ट्र में बड़ी संख्या में लौट रहे है। मुंबई, पुणे, ठाणे, नवी मुंबई, रायगढ़ और राज्य के अन्य हिस्सों में हर दिन लगभग 15.50 हजार मजदूर आ रहे हैं। यह दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है। इन सभी मजदूरों की एक सूची संबंधित राज्यों द्वारा भेजी जाती है।
थर्मल स्क्रीनिंग और जांच
उस सूची के अनुसार आने वाले सभी मजदूरों की जानकारी को दर्ज किया जाता है, साथ ही थर्मल स्क्रीनिंग की जाती है फिर उनके हाथों पर होम क्वारेंटाइन के साथ मुहर लगाई जाती है और होम क्वारंटाइन के लिए उनके निवास स्थान पर भेजा जाता है। मुंबई में BEST के माध्यम से मजदूरों को भेजने की भी व्यवस्था की गई है।
वर्तमान में गोंदिया, नंदुरबार, कोल्हापुर, नागपुर, पुणे में लगभग 4 से 5 हजार और मुंबई में ठाणे नवी मुंबई क्षेत्र में रोजाना 11 से 11.50 हजार प्रवासी मजदूर वापस आ रहे हैं। वर्तमान में सीमित रेलवे के कारण यह संख्या कम है, लेकिन यह संख्या निश्चित रूप से बढ़ेगी क्योंकि महाराष्ट्र में बड़ी संख्या में व्यवसाय हैं।