देशभर में कोरोना टिकाकरण (Corona Vaccination) मुहिम सफलतापूर्वक चालू है। महाराष्ट्र और विशेषत: मुंबई (Maharashtra and Mumbai) में लोग काम काज के सिलसिले घर से बाहर निकलने के लिए टीका लगवाने टीका करण केंद्रों पर जाते हैं। परंतु टीका के डोज पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध न होने के कारण टीका करण केंद्रों पर लंबी लंबी कतारें लगती हैं और अति धीमी गति से टीकाकरण मुंबई भर में हो रहा है।
इन सभी विषयों पर उत्तर मुंबई सांसद गोपाल शेट्टी (Gopal shetty) ने आरोग्य मंत्रालय सचिव श्राजेश भूषण को सविस्तर पत्र लिखकर मुंबई शहर के टीकाकरण के वास्तविक स्थिती जताई है और पत्र में लिखा है कि महाराष्ट्राकी राज्य सरकार की जिम्मेदारी टिकाकरण मुहीम सरलता से चलाने, पर्याप्त मात्रा में डोज देने, मुंबई शहर की जनसंख्या तुलनानुसार डोझ की व्यवस्था करने ऐसे सर्व विषय पर महाराष्ट्र सरकार पूरी तरह से नाकामयाब रही है।
मुंबई में दो करोड़ की जनसंख्या और 18 के ऊपर की उम्र में करीब 50 % नागरिक हैं जो टिका के दूसरे डॉज के लिए पात्र हैं। परंतु टीका के डॉज काम होने के कारण केवल 15 से 20% पात्र नागरिकों का टीकाकरण संभव हो पाया है। मुंबई महानगरपालिका प्रत्येक टिकाकरण केंद्र में 100 डोझ प्रतिदिन भेजती है। जो की मुंबई की जनसंख्या की दृष्टी से अत्यंत कम है। धीरे धीरे मुंबई में रोजगार, दुकानें छोटे छोटे व्यापार उद्योग खुलने लगे हैं और ऐसे समय में नागरीकों को शीघ्र टिकाकरण करने की आवश्यकता है । और उसे पूरा करने में राज्य सरकार की यंत्रणा अक्षम साबित हो रही है। टीकाकरण राज्य सरकार की संपूर्ण जिम्मेदारी है।
पत्र में उन्होंने लिखा है की " इसकी मुझे पूरी जानकारी है फिर भी मेरी अरोग्य मंत्रालय केंद्र सरकार से विनती है की मुंबई शहर के लिए आप स्वयं ध्यान दें और कोरोना टिका के पर्याप्त मात्रा में डॉज की व्यवस्था कायम करें अतः पात्र ऐसे सभी मुंबईकर नागरिकों को टिका उपलब्ध हो"।
सांसद गोपाल शेट्टी जी ने पत्र लिखकर प्रत रवाना राजेश टोपे, महाराष्ट्र राज्य आरोग्य मंत्री को था भी लिखा है की वारंवार पत्र लिखाने के बावजूद राज्य सरकारने योग्य प्रत्युत्तर नहीं दिए हैं ।