मुंबई की उपनगरीय रेलवे प्रणाली में हर दिन कम से कम सात मौतें दर्ज की जाती हैं। पिछले तीन सालों में 7,560 यात्रियों की जान चली गई और 7,293 घायल हुए। कई पीड़ित चलती ट्रेनों से गिर जाते हैं, जबकि कुछ ट्रैक पार करते समय या भीड़भाड़ के कारण मर जाते हैं। (Mumbai's CR Claims 2,468 Deaths Due to Falling, Being Crushed, Electrocution in 2024)
सेंट्रल रेलवे (Central Railway) पर ठाणे-कल्याण सेक्शन को सबसे खतरनाक बताया गया है। अकेले 2024 में यहां ट्रेनों से गिरकर 387 लोगों की मौत हुई। अन्य 788 घायल हुए। कल्याण में 116 मौतें हुईं, ठाणे में 68 और डोंबिवली में 39 मौतें हुईं।
मुंबई उपनगरीय रेलवे दुर्घटनाएँ (2022-2024)
कहा कितने मौत और घायल | 2022 | 2023 | 2024 | 3 साल मे कितने मौत |
सेंट्रल रेलवे मौत | 1,585 | 1,650 | 1,533 | 4,768 |
मध्य रेलवे घायल | 1,153 | 1,466 | 1,655 | 4,274 |
पश्चिम रेलवे मौत | 922 | 940 | 935 | 2,797 |
पश्चिम रेलवे घाय़ल | 1,002 | 975 | 1,042 | 3,019 |
कुल मौत (मध्य रेलवे और पश्चिम रेलवे मिलाकर) | 2,507 | 2,590 | 2,468 | 7,565 |
Total Injuries (मध्य रेलवे और पश्चिम रेलवे मिलाकर) | 2,155 | 2,441 | 2,697 | 7,293 |
मध्य रेलवे की मुख्य लाइन पर दुर्घटनाओं का 58% हिस्सा है। 2024 में मौतों में थोड़ी कमी आई। हालांकि, चोटों में तेज़ी से वृद्धि हुई। ज़्यादातर मौतें भीड़भाड़, ट्रैक पार करने और ट्रेनों से गिरने के कारण हुईं।
1,200 यात्रियों के लिए डिज़ाइन की गई ट्रेनें अक्सर पीक ऑवर्स के दौरान 5,500 से ज़्यादा यात्रियों को ले जाती हैं। इसे मुख्य कारण बताया जाता है। पश्चिमी रेलवे पर बंद दरवाज़े वाली एसी ट्रेनों की वजह से मौतों में थोड़ी कमी आई है। बाड़ की कमी, भीड़ पर नियंत्रण की कमी और अपर्याप्त ट्रेनें कुछ अन्य कारण हैं।
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