दुग्ध उत्पादक किसानों द्वारा राज्यव्यापी हड़ताल को देखते हुए, इसका कोई असर मुंबई में नहीं पड़े इसीलिए मुंबई पुलिस ने कमर कस ली है।मुंबई पुलिस रात भर सड़कों पर उत्तर कर दूध वितरित करने वाले वाहनों की सुरक्षा में लगे रहे। यही नहीं मुंबई में आने के जितने भी चेक पॉइंट्स हैं सभी जगह पुलिस ने कड़ा बंदोबस्त किया था। इसके अलावा शहर में जितने भी दूध बेचने वाले बड़े बड़े केंद्र हैं सभी स्थानों पर भी सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता की गयी थी।
पुलिस दूध की गाड़ियों को दे रही सुरक्षा
आपको बता दें कि सोमवार को आंदोलनकारियों ने मुंबई, नवी मुंबई सहित पुणे, नागपुर, नासिक और अन्य बड़े शहरों में दूध के टैंकरों को रोककर विरोध प्रदर्शन किया था। इससे शहरों की दुग्ध आपूर्ति प्रभावित हुई थी। इसके बाद मुंबई पुलिस भी चौकन्नी हो गयी है। मुंबई को दूध उपलब्ध कराने वाले अनेक टैंकर वाशी टोल नाका, मुलुंड टोल नाका और दहिसर टोल नाका के रस्ते मुंबई में आते हैं। इन टैंकरों को आंदोलनकारी रोके नहीं और शहर में किल्लत न हो इसीलिए मुंबई पुलिस रात से ही इन टोल नाकों पर तैनात हो गयी। शहर में जगह जगह नाके बंदी कर दी गयी।
सामान्य रहा जनजीवन
यही नहीं हर क्षेत्र के पुलिस वालों की यह जिम्मेदारी दी गयी थी कि वे दूध के टैंकर को उनके सही स्थान तक पहुंचाने की जिम्मेदारी उनकी है।ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे के अलावा सायन पनवेल हाईवे पर भी पुलिस ने चाक चौबंद व्यवस्था की थी। ग़नीमत रही कि मंगलवार को कहीं से भी कुछ आंदोलन या प्रदर्शन की कोई खबर नहीं आई।
शहर में दाखिल होने वाले दूध की हर गाड़ियों को सुरक्षा प्रदान की जा रही है. जो भी कानून को तोड़ेगा उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। दीपक देवराज, प्रवक्ता, मुंबई पुलिस
दूध उत्पादकों की मांग
आपको बता दें कि स्वाभिमानी शेतकरी संगठन और महाराष्ट्र किसान सभा के नेतृत्व में आंदोलन कर रही दूध उत्पादक किसानों कि मांग है कि उन्हें दूध पर पांच रुपये प्रति लीटर सब्सिडी दी जाए साथ ही मक्खन व पाउडर वाले दूधों पर से जीएसटी हटाई जाए।