मुंबई ट्रैफिक पुलिस ने साल 2018 में विभिन्न यातायात उल्लंघनों के लिए जुर्माने के तौर पर 139 करोड़ रुपये एकत्र किये जो की एक रिकॉर्ड है। एक आरटीआई से इस बात की जानकारी सामने आई है। हालांकी साल 2017 मे सिर्फ 8.6 करोड़ रुपये जुर्माने के रुप में वसूले गए थे। आरटीआई कार्यकर्ता जीतेन्द्र घडगे ने कहा कि संग्रह में वृद्धि ई-चालान प्रणाली की वजह से आई है।
जीतेन्द्र घडगे का कहना है की ट्रैफिक विभाग द्वार शुरु किये गए ई चालान के कारण इस बार कई लोगों को ट्रैफिक नियम तोड़ने के कारण उनके मोबाइल पर ही मैसेज आया। ई चालान के कारण और सीसीटीवी की सहायता से ट्रैफिक के नियम तोड़नेवाले कई लोगों पर ट्रैफिक पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की और उनसे जमकर जुर्माना वसूला। आरटीआई से इस बात का खुलासा हुआ है की पिछले तीन वर्षों में नशे में ड्राइविंग के मामलों में काफी कमी आई है लेकिन ट्रैफिक के अन्य नियमों को तोड़नेवाली की संख्या काफी बढ़ गई है।
RTI के आंकड़ों के अनुसार, 2016 में नशे में गाड़ी चलाने के 20,768 मामले दर्ज किए गए, जो 2017 में घटकर 18,056 और 2018 में 11,711 मामले दर्ज किये गए। 2015 से जुलाई 2019 तक, मुंबई में ड्रंक ड्राइविंग के कुल 77,455 मामले थे, लेकिन आरटीआई के आंकड़ों के अनुसार, केवल 10,702 अपराधियों के लाइसेंस निलंबित किए गए हैं।