मुंबई देश की वित्तीय राजधानी है और मुंबई में मेट्रो, ट्रांसहार्बर लिंक, सड़कों जैसे बुनियादी ढांचे पर विशेष जोर दिया जा रहा है। मुंबई में मार्च 2024 तक कंक्रीट की सड़कों को पक्का करने का लक्ष्य रखा गया है और इसके लिए 6500 करोड़ रुपये का फंड स्वीकृत किया गया है। (Mumbai infrastructure news)
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे(Eknath shinde) ने कहा कि चूंकि मुंबई की अच्छी कनेक्टिविटी है, इसलिए अंतरराष्ट्रीय नागरिक और उद्यमी बड़ी संख्या में आ रहे हैं।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि राज्य सरकार आम आदमी को सामने रखकर काम कर रही है। पिछले सात माह में लोगों की भलाई के लिए कई अहम फैसले लिए गए। विभिन्न इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट शुरू किए जो कोरोना के दौरान बंद हो गए थे। इन परियोजनाओं का काम तेजी से चल रहा है। हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे समृद्धि हाईवे का काम तेजी से पूरा किया।
इस हाईवे को शिर्डी तक शुरू किया गया है और मुंबई तक का हाईवे अगले साल के अंत तक बनकर तैयार हो जाएगा। इससे नागपुर से मुंबई की दूरी 6 से 7 घंटे कम हो जाएगी। अंतिम चरण आने वाले वर्ष में पूरा हो जाएगा। इस समृद्धि राजमार्ग पर 18 स्थानों पर नए नोड बनाए गए हैं और विभिन्न स्थानों पर उद्योग, लॉजिस्टिक्स पार्क, फूड पार्क के निर्माण से किसानों के सामान का मूल्यवर्धन होगा।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि मुंबई के सौंदर्यीकरण, कोलीवाड़ी के विकास पर जोर है और शिवडी न्हावाशिवा ट्रांस हार्बर लिंक के कारण हम मुंबई से रायगढ़ सिर्फ 15 मिनट में पहुंच जाएंगे। यहां ग्रोथ सेंटर, लॉजिस्टिक्स पार्क, टाउनशिप, टेक्नो हब, फार्मा हब बनाया जाएगा। इस जगह के राजहंसों को यहां ठहरने के लिए आधुनिक तकनीक से सावधानीपूर्वक योजना बनाई जा रही है।
वर्सोवा-विरार सी-लिंक
मुंबई से एक व्यक्ति को विरार पहुंचने में दो घंटे लगते हैं। लेकिन वर्सोवा-विरार सी-लिंक प्वाइंट इस अंतर को कम करेगा। मुंबई से एक व्यक्ति मात्र 45 मिनट में विरार पहुंच जाएगा। सरकार की कोशिश है कि यह विकास सिर्फ शहर तक ही सीमित न होकर पालघर सहित ग्रामीण इलाकों तक पहुंचे। इसके अलावा मेट्रो 2ए, 7ए के खुलने से ट्रैफिक जाम से राहत मिली है। मेट्रो 3 शुरू होने से समय, ईंधन की बचत होगी। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि 337 किलोमीटर मेट्रो नेटवर्क के निर्माण से 60 से 70 लाख कारों का इस्तेमाल कम होगा।