मानसून की शुरुआत से पहले BMC द्वारा हर साल मुंबई के सभी निजी और सरकारी इमारतों का सर्वेक्षण किया जाता है। इस सर्वेक्षण के बाद, मुंबई की सबसे खतरनाक इमारतों की सूची जारी जातीहै। इस सर्वेक्षण में जो इमारतें खतरनाक श्रेणी के अन्तर्गत आती हैं उनमें रहने वाले लोगों को सूचित कर इमारत को तत्काल ध्वस्त करने के आदेश दिए जाते हैं। इस सर्वेक्षण में BMC 30 साल पुरानी इमारतों का संरचनात्मक निरीक्षण किया जाता है।
इस साल भी BMC द्वारा सर्वेक्षण किया गया। BMC ने अपने इस सर्वेक्षण में 443 इमारतों को खतरनाक श्रेणी के तहत रखा है। चौकानें वाली बात यह है कि, घाटकोपर इलाके में नगरपालिका के स्वामित्व वाली 56 इमारतों को खतरनाक श्रेणी में रखा गया हैं।
दो साल पहले मुंबई में 619 इमारतों को अति धोखादायक इमारतों की श्रेणी में रखा गया था। पिछले साल इस श्रेणी में कुल इमारतों की संख्या बढ़कर 499 हो गई। हालांकि पिछले साल की तुलना में इस साल खतरनाक इमारतों की संख्या में कमी आई है। इस साल, मुंबई में 443 इमारतों को खतरनाक बताया गया हैं।
खतरनाक इमारतों की सूची में 'ए' विभाग में बेस्ट की मेहर मेंशन, ताड़देव में गंगा जमुना सिनेमा, लालबाग में गणेश टॉकीज, सायन में पंजाबी कॉलोनी की सभी 25 इमारतें पिछले कई सालों से इस सूची में शामिल हैं।
हालांकि सबसे पुरानी इमारतें भायखला, डोंगरी, गिरगांव में हैं। साथ ही उपकर इमारत होने के कारण ये निजी इमारतें BMC की सूची में सबसे कम हैं।
किस वार्ड में कितनी हैं अतिधोकादायक इमारत
एन विभाग (घाटकोपर) – 52
एच/वेस्ट (बांद्रा पश्चिम) – 51
वार्ड T (मुलुंड) - 49
के/पश्चिम (अंधेरी व जोगेश्वरी पश्चिम) - 37
के/पूर्व (अंधेरी व जोगेश्वरी पूर्व) - 31
पी/उत्तर (मालाड) - 28
एच/इस्ट (बांद्रा पूर्व) - 27