मुंबई में रहनेवाले मोहम्मद अली उर्फ बाबू भाई का मानना है की लाउडस्पीकर का इस्तेमाल गैर-इस्लामिक है। पिछलें बीस सालों से वो लाउडस्पीकर के खिलाफ वह अपनी लड़ाई जारी रखे हुए है। अपने इस संघर्ष में वह सात मस्जिदों से लाउडस्पीकरों को भी बंद करा चुके है।
"मैने लाउडस्पीकर से दी गई अजान को बंद कराने के लिए हाईकोर्ट में याचिका दी थी ,लेकिन पैसे कम होने के कारण इस मामले की पैरवी खुद ही की। लाउडस्पीकर का प्रयोग धर्म का हिस्सा नहीं है और न ही इसे हटाने से धर्म पर किसी तरह का खतरा है" - न्यूज चैनल की खबर के मुताबिक मोहम्मद अली का बयान
मुंबई हाईकोर्ट ने अगस्त 2016 में एक फैसला सुनाते हुए कहा था की लाउडस्पीकर का इस्तेमाल रात 10 बजे से लेकर से सुबह 6 के बीच नहीं होना चाहिए। ऐसा करने पर एक लाख रुपए तक का जुर्माना और पांच साल तक की जेल का प्रावधान है।
कुछ दिनों पहले ही सोनू निगम ने ट्विटर पर ट्विट कर लाउडस्पीकर से अजान करने पर अपनी नाराजगी जताई थी। ट्विट के बाद कोलकाता के एक मौलवी ने तो उनके खिलाफ फतवा तक जारी कर कहा था की उन्हें गंजा करने वाले को 10 लाख रुपए का इनाम दिया जाएगा।
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