पंजाब नैशनल बैंक घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी के अलीबाग वाले घर को तोड़ने का काम रोक दिया गया है। इस आलिशान बंगले को तोड़ने के दौरान कई मूल्यवान और दुर्लभ वस्तुएं प्रवर्तन निदेशालय (ईडी)को मिली हैं, जिनमें बेशकीमती पेंटिंग्स कलेक्शन, एंटिक वस्तुएं, फर्नीचर, महंगी गाडियां सहित अन्य सामान भी शामिल है। प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी चाहता है कि पहले बंगले में से बेशकीमती सामानों को निकाल लिया जाए ताकि संपत्ति से अधिक से अधिक रकम की भरपाई की जा सके।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ईडी की टीम को इस बंगले में से एक 100 साल पुराना नक्काशीदार पर्दा मिला है, जिसे हैदराबाद के निजाम से जुड़ा बताया जाता है। साथ ही एक लकड़ी की एंटिक कार, और एम. एफ. हुसैन, के. के. हेब्बर, एंजोली इला मेनन, विवान सुंदरम और राजा रवि वर्मा जैसे अन्य कई फेमस चित्रकारों की 125 से अधिक पेंटिंग्स के कलेक्शन भी यहां से मिले हैं।
सूत्रों के मुताबिक मोदी के वर्ली और वडाला वाले फ़्लैट से भी इसी तरह की करोड़ों की कीमत की मूर्तियां और पेंटिंग्स मिली थी। अब ईडी इन पेंटिंग्स और बरामद वस्तुओं को पहले जब्त करेगा, यही नहीं इन बरामद वस्तुओं की नीलामी भी हो सकती है।
आपको बता दें कि नीरव मोदी का यह बंगला मुंबई से 90 किलोमीटर दूर अलीबाग तट के पास किहिम में समुद्र के किनारे स्थित है। मोदी के इस 42 करोड़ रुपए कीमत के आलीशान बंगले को गिराए जाने का काम दो दिन पहले 27 जनवरी को रोक दिया गया ताकि प्रशासन घर के भीतर से कीमती सामानों को सही से निकाल सके।
गौरतलब है कि अवैध ढांचे के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने में नाकामी पर बंबई उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार को कड़ी फटकार लगाई थी, जिसके बाद रायगढ़ के जिलाधिकारी विजय सूर्यवंशी ने पिछले महीने ही अलीबाग तट के पास किहिम में स्थित 58 अनाधिकृत इमारतों को गिराने का आदेश दिया था।
सूर्यवंशी ने बताया कि बंगला गिराने की कार्रवाई अस्थायी तौर पर रोकी गयी क्योंकि जिला प्रशासन और ईडी बंगले से मूल्यवान सामानों को निकालकर नुकसान की अधिकतम भरपाई करना चाहती है।