
बीएमसी ने पिछले सप्ताह मुंबई के छह समुद्र तटों से 950 मीट्रिक टन से ज़्यादा कचरा हटाया। यह सफाई अभियान 15 से 19 अगस्त तक हुई भारी बारिश और उच्च ज्वार के बाद चलाया गया, जिससे शहर के तटीय इलाकों में भारी मात्रा में कचरा जमा हो गया।
बीएमसी ने चलाया विशेष अभियान
BMC ने गिरगांव चौपाटी, दादर-माहिम, जुहू चौपाटी, वर्सोवा, मध मार्वे और गोराई समुद्र तटों पर एक विशेष अभियान चलाया। 15 अगस्त से रविवार तक हर दिन, 380 बीएमसी कर्मचारियों ने छह मशीनों के साथ कचरा साफ़ करने के लिए इन जगहों पर काम किया।
जुहू बीच पर सबसे ज़्यादा कर्मचारी लगे, जहाँ 150 कर्मचारियों ने आठ दिनों में 365 मीट्रिक टन कचरा हटाया। वर्सोवा बीच पर 120 कर्मचारियों ने 200 मीट्रिक टन कचरा इकट्ठा किया। दादर-माहिम बीच पर 48 कर्मचारियों ने 300 मीट्रिक टन से ज़्यादा कचरा साफ़ किया।
कई जगहो पर लगा कटरो का ढेर
छोटी टीमों ने गिरगाँव चौपाटी, मध-मार्वे और गोराई समुद्र तटों पर काम किया। उन्होंने क्रमशः 23 मीट्रिक टन, 34.5 मीट्रिक टन और 20 मीट्रिक टन कचरा हटाया।शुक्रवार, 22 अगस्त को माहिम समुद्र तट अत्यधिक प्रदूषित दिखाई दिया। समुद्र से आया कचरा इसकी पूरी लंबाई में फैला हुआ था और कई जगहों पर, खासकर रेती बंदर के पास, जहाँ मीठी नदी अरब सागर में मिलती है, ढेर लगा हुआ था।
रिपोर्टों के अनुसार, वरिष्ठ बीएमसी अधिकारियों ने पुष्टि की है कि भारी बारिश और उच्च ज्वार मुंबई के समुद्र तटों पर कचरे के जमा होने का मुख्य कारण थे।
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