मुंबई में अभी तक बारिश की कुछ खास शुरआत नहीं हुई है , जिसके कारण लोगों को गर्मी के साथ साथ पानी की कमी का भी सामना कर ना पड़ सकता है।मुंबई को पीने योग्य पानी की आपूर्ति करने वाली झीलों वाले जलग्रहण क्षेत्रों में भारी वर्षा नहीं हुई है। बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) के आकड़ो के अनुसार कुल जल भंडार आवश्यक मात्रा के 10 प्रतिशत से कम हो गया है।
बीएमसी शहर को हर दिन 3,750 मिलियन लीटर पानी की आपूर्ति करती है। वर्तमान में, 9.89 प्रतिशत पानी का भंडार जो कि बुधवार 22 जून तक सात जल आपूर्ति झीलों में 1.43 लाख मिलियन लीटर है, शहर में 38 दिनों के लिए पर्याप्त होगा। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 11 जून को शहर में दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत की घोषणा की। तब से, विशेष रूप से जलग्रहण क्षेत्रों में कोई महत्वपूर्ण भारी बारिश नहीं हुई है।
BMC के डेटा से पता चलता है कि 11 जून से छोटी तुलसी में क्रमशः 250 मिमी और विहार में 231 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसी तरह, तानसा, मोदक सागर, भातसा, मध्य वैतरणा और ऊपरी वैतरणा में 113 मिमी, 92 मिमी, 83 मिमी बारिश हुई। , मानसून की शुरुआत के बाद से क्रमशः 65 मिमी और 40 मिमी वर्षा हुई।
सात झीलों में से सबसे अधिक 48 प्रतिशत पानी की आपूर्ति भाटसा द्वारा की जाती है, इसके बाद तुलसी और विहार में मुंबई की पेयजल जरूरतों के 2 प्रतिशत पानी की आपूर्ति की जाती है। इसी तरह, अपर वैतरणा, मध्य वैतरण, मोडल सागर और तानसा में 16 फीसदी, 12 फीसदी, 11 फीसदी और 10 फीसदी का इजाफा होता है।
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