मुंबई में खतरनाक इमारतों के पुनर्विकास (Self-redevelopment of hazardous buildings in Mumbai) के लिए डेवलपर्स को समय सीमा दी जाए। हालांकि, यदि निर्धारित समय सीमा के भीतर काम पूरा नहीं किया जाता है, तो इमारतो के स्व-पुनर्विकास की अनुमति दी जाएगी। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (devendra fadanvis) ने आज विधान सभा में प्रश्नोत्तर काल के दौरान सूचित किया।
सदस्य अमीन पटेल, योगेश सागर, अतुल भातखलकर, पराग अलवानी, सदा सरवनकर, श्रीमती यामिनी जाधव ने मुंबई में खतरनाक इमारतों के पुनर्विकास के संबंध में सवाल उठाए।
उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने आगे कहा कि मुंबई बिल्डिंग रिपेयर एंड रिकंस्ट्रक्शन बोर्ड द्वारा प्री-मॉनसून 2022 में उपकर वाली इमारतों के सर्वेक्षण में 21 इमारतों को हाई रिस्क घोषित किया गया है और इनमें से 8 इमारतों का काम चल रहा है। चूंकि शेष 13 भवनों की मरम्मत करना संभव नहीं है, इसलिए इन भवनों को खाली करने, निवासियों को ट्रांजिट कैंपों में ले जाने और खाली पड़े भवनों को गिराने का काम शुरू कर दिया गया है। ।
मुंबई शहर क्षेत्र के पुनर्विकास के दौरान ट्रांजिट आवास उपलब्ध नहीं है, जिन्हें ट्रांजिट कैंप में जगह दी जाती है, वे प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद भी जगह खाली नहीं करते हैं।
यह भी पढ़े- मुंबई - 31 दिसंबर के बाद संपत्ति कर का भुगतान नहीं करने पर 2 प्रतिशत जुर्माना