उद्धव ठाकरे गुट को एक और बड़ा झटका लगा है। लोकसभा सचिवालय ने मंगलवार को संसद भवन में शिवसेना का कार्यालय एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले समूह को सौंप दिया।
एकनाथ शिंदे ने एक दिन पहले विधान भवन स्थित शिवसेना पार्टी कार्यालय का कार्यभार संभाला था। विधायक भरत गोगावले ने अपने साथियों सहित शिंदे गुट के पदाधिकारियों के साथ विधानसभा भवन जाकर पदभार ग्रहण किया। अब देवेंद्र सूर्यवंशी होंगे शिवसेना विधायक दल के कार्यालय प्रमुख।
उधर, चुनाव आयोग के आदेश के बाद ठाकरे गुट ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। एकनाथ शिंदे गुट को आधिकारिक शिवसेना के रूप में मान्यता देने के चुनाव आयोग के आदेश को चुनौती देने वाली उद्धव ठाकरे की याचिका पर कल सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी।
चुनाव आयोग के फैसले से खफा उद्धव ठाकरे और उनके नेताओं के समूह ने कहा कि वे चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ उच्चतम न्यायालय का रुख करेंगे।
भारत के चुनाव आयोग (ECI) ने केवल मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले गुट को ही असली शिवसेना के रूप में मान्यता दी। लिहाजा शुक्रवार को उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट को बड़ा झटका लगा है। शिंदे समर्थकों ने मंत्रालय के सामने पार्टी कार्यालय के बाहर पटाखे फोड़े।
ECI ने अपने 78 पन्नों के आदेश में शिंदे के समूह को "धनुष और तीर" चिन्ह भी दिया। 1966 में दिवंगत बालासाहेब ठाकरे द्वारा स्थापित शिवसेना ने इन दशकों में लगातार "धनुष और तीर" चिन्ह पर चुनाव लड़ा है।
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