पिछले 24 घंटों में महाराष्ट्र के तट पर समुद्र में हो रही कई हलचलों को देखते हुए, इसका राज्य के मौसम पर सीधा असर पड़ता दिख रहा है। राज्य में मई महीने में जून-जुलाई के बराबर भारी बारिश हुई है। इस बारिश से राज्य में कृषि और बागों को भी काफी नुकसान हुआ है। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि अगले कुछ दिनों में स्थिति में सुधार नहीं होगा और राज्य में यह आकाशीय संकट जारी रहेगा। (Storm threat and heavy rain warning for Maharashtra)
निम्न दबाव का क्षेत्र
राज्य के कोंकण और गोवा तटों के साथ पूर्व-मध्य अरब सागर में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना है। अगले 36 घंटों में इस वायु प्रणाली के तीव्र होने की उम्मीद है। जिसके चलते मौसम विभाग ने आंधी-तूफान के साथ भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
इस चेतावनी के अनुसार, राज्य के रायगढ़ और रत्नागिरी क्षेत्रों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। मुंबई और कोंकण तट के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इस बीच, मछुआरों को भी गहरे समुद्र में न जाने की स्पष्ट चेतावनी दी गई है।मौसम विभाग के अनुसार, कर्नाटक और गोवा के तट पर अरब सागर में एक चक्रवाती परिसंचरण बना है, जिसके परिणामस्वरूप इस क्षेत्र में कम दबाव का क्षेत्र बन गया है और यह तीव्र हो रहा है। इस बीच, चक्रवात की भी संभावना जताई जा रही है।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार अरब सागर में एक शक्तिशाली चक्रवात आने की संभावना है। यदि निम्न दबाव का क्षेत्र तीव्र हुआ तो अरब सागर में शक्तिशाली तूफान उत्पन्न हो सकता है। यह पूरा सिस्टम उत्तर दिशा की ओर बढ़ रहा है, जिस कारण इसका सीधा असर महाराष्ट्र पर पड़ेगा और रविवार तक राज्य में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इस दौरान हल्की हवा चलेगी, जिसकी गति 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा होगी।
कोंकण, पश्चिमी महाराष्ट्र और राज्य के घाटों पर बारिश का सबसे अधिक असर पड़ने की संभावना है। इस बीच, पुणे, सतारा, अहिल्यानगर और कोल्हापुर इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो सकते हैं, जिससे जल संकट और बढ़ सकता है।इस बीच, मराठवाड़ा के परभणी, बीड, नांदेड़, लातूर और छत्रपति संभाजीनगर क्षेत्रों में भी भारी बारिश की संभावना है, जबकि विदर्भ में अगले पांच से सात दिनों तक बेमौसम बारिश की संभावना है।
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