नवी मुंबई के डीवाई पाटिल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, आईईएस कॉलेज नवी मुंबई के छात्रों ने मिलकर भारत का पहला सेल्फ ड्राइविंग इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर बनाया है। ट्रैक्टर को बनाने में मुंबई के छात्रों ने बिट्स पिलानी और आईआईटी मद्रास, खड़गपुर के छात्रों की मदद ली है। यह ट्रैक्टर आम ट्रैक्टर से तीन गुना ज्यादा पावरफुल है। साथ ही इस ट्रेक्टर को 4 घंटे की चार्जिंग के साथ6 घंटे तक चलाया जा सकता है।
ट्रैक्टर बनाने में मुंबई के छात्रों की मदद करने वाली ऑटोमेशन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के मुताबिक इसे 4
से
5
घंटे चार्ज करके 5
से
6
घंटे तक चलाया जा सकता है। इस ट्रैक्टर को चार्ज करने के लिए अलग से चार्जर की जरूरत नहीं होगी। कंपनी ट्रैक्टर के साथ चार्जर देगी। साथ ही ट्रैक्टर को 3फेस पावर की मदद से जार्ज किया जा सकेगा,
जिससे किसान पंपिंग सेट चलाते हैं। इसकी अधिकतम स्पीड 40
से
50
किमी प्रति घंटा है। ट्रैक्टर में
5000
आरपीएम पर 27hp
का पावर और 150
न्यूटन मीटर टार्क जनरेट होता है।
फिलहाल यह ट्रैक्टर अभी प्रोटोटाइप फेस में है। कंपनी साल 2020
के मध्य यानी जून-जुलाई तक कॉमर्शियल तौर ट्रैक्टर को लॉन्च कर सकता है। कंपनी के पास आईआईटी और आईआईएम की तरफ से निवेश के लिए कुल 3.4
करोड़ की फंडिंग मिल रही है।