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गिरते रूपए को संभालने के लिए सरकार ने बढ़ाया आयात शुल्क

इससे घरेलू सामानों के दामों में वृद्धि होगी जिसका सीधा असर लोगों की जेबों पर भी पड़ेगा। नई दर 27 सितम्बर से लागू हो जाएगी।

गिरते रूपए को संभालने के लिए सरकार ने बढ़ाया आयात शुल्क
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लगातार बढ़ते हुए पेट्रोल-डीजल की कीमतों और डॉलर के मुक़ाबले रुपए की गिरती क़ीमत को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने विदेशों से आयात होने वाले 19 सामानों पर आयात शुल्क बढ़ा दिया है। इससे घरेलू सामानों के दामों में वृद्धि होगी जिसका सीधा असर लोगों की जेबों पर भी पड़ेगा। नई दर 27 सितम्बर से लागू हो जाएगी।

 घरेलू सामान होंगे सस्ते?
सरकारी ने जिन 19 सामानों पर आयात शुल्क बढ़ाया है, वे 2017-18 के दौरान भारत में उनका कुल आयात 86000 करोड़ रुपयों यानि लगभग 13 अरब डॉलर का हुआ था। इन सामानों में वाशिंग मशीन, स्पीकर, रेडियल कार टायर, ज्वेलरी, डायमंड, चप्पल, वॉश बेसिन, टेबलवेयर, किचनवेयर, ट्रंक, सुटकेस, ब्रीफकेस, ट्रैवल बैग सहित अन्य कई सामान हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि आयात शुल्क बढ़ाने से इन सामानों का आयात कम होगा और डॉलर पर निर्भरता कम होगी, साथ ही घरेलू सामान भी सस्ती होंगे।

गहने होंगे महंगे 
इन सामानों पर बढ़ाये गए 2.5 फीसदी से लेकर 5 फीसदी तक आयात शुल्क बढ़ाया गया है और आयातित एस, फ्रिज और 10 किलो तक के वाशिंग मशीनों पर आयात शुल्क 10 फ़ीसदी से बढ़ाकर 20 फ़ीसदी तक कर दिया गया है। अगर गहनों की बात करें तो अलग-अलग हीरों पर शुल्क 5 फीसदी से बढ़ाकर 7.5 फ़ीसदी और सोने-चांदी से बने गहनों पर 15 फ़ीसदी से बढ़ाकर 20 फीसदी आयात शुल्क कर दिया गया है।

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