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आज ब्लू है पानी पानी पानी...


आज ब्लू है पानी पानी पानी...
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मुंबई- आगामी बीएमसी चुनाव को देखते हुए अब हर पार्टी ज्यादा से ज्यादा लोगों को अपनी ओर खिंचना चाहती है। जिसे देखते हुए बीएमसी में सभी पार्टियों ने सन 2000 के बाद बने झोपड़ो को नए पानी कनेक्शन देने के प्रस्ताव को पास किया। पानी हक्क समिति ने 2012 में बॉम्बे हाईकोर्ट में एक याचिका दाखिल की थी। जिसमे मांग की गई थी की सन 2000 के बाद में बने झोपड़ों को पानी का नया कनेक्शन दिया जाए। कोर्ट ने इस मामले पर सुनवाई करते हुए बीएमसी प्रशासन को आदेश दिया की झोपड़ों को हटाने के साथ साथ जो झोपड़े बचे है उन्हे पानी की सप्लाई दी जाए। जिसके बाद बीएमसी ने 2000 के बाद बने झोपड़पट्टियों को पानी का कनेक्शन देने के लिए पॉलिसी तैयार करना शुरु किया। इस पॉलिसी में जिन इलाकों मे पानी की कनेक्सन नही है उन्हे पानी का कनेक्शन दिया जाएगा। साथ ही जहा पानी का दबाव कम है वहां पर ने कनकेश्न नही दिए जाएंगे। बीएमसी के इस प्रस्ताव को सभी पार्टियों ने एक मत से पास किया। बीएमसी का दावा है की नल कनेक्शन मिलने से पानी की कालाबाजारी भी रुकेगी।
क्या है प्रस्ताव-
झोपड़पट्टी के 5 रुम के एक समुह में एक कनेक्शन दिया जाएगा।
एक समुह के सेक्रेटरी को नियुक्त कर अर्ज दिया जाएगा।
एड्रेस प्रुफ के लिए आधारकार्ड या राशनकार्ड मान्य होगा
बांधकाम को अधिकृत करने के लिए पानी कनेक्शन के सबूतों को वैध नही माना जाएगा।
फुटपाथ, रस्ता, निजी जमीन, समुद्र किनारें पर बांधे गए झोपटपट्टी, और जिन झोपड़ियों को कोर्ट ने मना किया है उन्हे नए कनेक्शन नहीं दिय़े जाएंगे।
- केंद्र सरकार के जमीन पर बसे झोपड़पट्टियों को केंद्र सरकार से एनओसी लेगी पड़ेगी।

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