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मुंबई पुलिस के 13 करोड़ का बिल 5 सालों से MCA ने लटकाया, मुंबई पुलिस की चुप्पी पर उठ रहे सवाल


मुंबई पुलिस के 13 करोड़ का बिल 5 सालों से MCA ने लटकाया, मुंबई पुलिस की चुप्पी पर उठ रहे सवाल
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देश के सबसे अमीर क्रिकेट एसोसिएशन मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) के पास मुंबई पुलिस को देने के लिए 13.42 करोड़ रूपये नहीं हैं। सुनकर आप जरूर चौंक जाएंगे लेकिन आरटीआई से मिली यह जानकारी से कुछ सी तरह की बात सामने आती है। आरटीआई के अनुसार मुंबई क्रिकेट असोसिएशन ने पिछले 10 सैलून से 17 इंटरनेशनल क्रिकेट मैच का आयोजन करवाया जिसके लिए पुलिस बंदोबस्त किया गया था। यह बकाया MCA को मुंबई पुलिस को अदा करना था। हालांकि अन्देशा यह भी जताया जा रहा है कि MCA से कुछ बड़े नेताओं के जुड़े होने के कारण से भी मुंबई पुलिस इस बारे में कुछ बोलने से बच रही है।

 

लगभग 5 सालों से पेंडिंग है भुगतान

मुंबई के आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने मुंबई पुलिस से पिछले 10 वर्ष में संपन्न हुए क्रिकेट प्रतियोगिता के लिए उपलब्ध कराई पुलिस बंदोबस्त और उससे मिलने वाली धनराशि की जानकारी मांगी थी। इस सूचना के तहत जानकारी सामने आई कि MCA ने 3 आईसीसी टी-20 क्रिकेट विश्वकप, महिला विश्वकप, प्रैक्टिस मैच, टेस्ट और वन-डे मैच सहित कुल 17 क्रिकेट मैचो का आयोजन करवाया था। जिसके लिए मुंबई पुलिस से सुरक्षा की मांग की गयी थी। इन सभी मैचों में मुंबई पुलिस ने सुरक्षा देने के एवज में MCA को 13 करोड़ 41 लाख 74 हजार 177 रूपये की बिल भेजा लेकिन 62 महीने से यह रकम मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा मुंबई पुलिस को नहीं चुकाई गयी है। 

दिलचस्प बात यह है कि इस रकम पर मुंबई पुलिस ने कोई ब्याज भी नहीं जोड़ा है। अब सवाल उठा रहा है कि आखिर मुंबई पुलिस MCA पर इतना मेहरबान क्यों है?


सीएमओ ने भी की अनदेखी

इसके पहले वर्ष 2008 से 2011 के दौरान हुए मैच का बंदोबस्त शुल्क के रूप में मुंबई पुलिस ने कुल 34 करोड़ 33 लाख 44 हजार 618 रूपये वसूल किये थे। यह शुल्क इंडिया विन स्पोर्ट्स प्राईवेट लिमिटेड ने किश्तों में पैसे अदा किया था। बताया जाता है कि मुंबई पुलिस ने इस रकम पर भी ब्याज नहीं लगाया था। इस बारे में गलगली ने सीएम फडणवीस और पुलिस आयुक्त को पत्र भी भेजा था लेकिन मुंबई पुलिस ने किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की।  


पुलिस कमाई का एक जरिया है बंदोबस्त  

अब अनिल गलगली ने मांग की है कि संबंधित लोगों पर कार्रवाई करके बकाया शुल्क की वसूली हो. यही नहीं अब क्रिकेट की प्रतियोगिता के आयोजन से पहले ही मुंबई पुलिस को शुल्क वसूल कर लेना चाहिए जिससे पुलिस को बंदोबस्त का शुल्क वसूली करने में दिक्कत का सामना करने की नौबत नहीं आए। आपको बता दें कि प्राइवेट फर्म द्वारा बड़े पैमाने पर जो कार्यक्रम आयोजित करवाएं जाते हैं उनमें पुलिस बंदोबस्त कर के भी मुंबई पुलिस अपनी कमाई करती है.  


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