टीम इंडिया (Team India) के पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर युवराज सिंह (Yuvraj Singh) एक बार फिर से चर्चा में हैं।
हरियाणा पुलिस (hariyana police) ने युवराज को अपने ही साथी खिलाड़ी यजुवेंद्र चहल (yajurvendra chahal) के खिलााफ़ जातिगत शब्दों का इस्तेमाल करने के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है।
युवराज को शनिवार 16 अक्टूबर को हरियाणा के हिसार जिले के हांसी में गिरफ्तार किया गया, हालांकि इन्हें तुरंत जमानत भी मिल गई।युवराज के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के मामले में यह FIR पिछले साल एक वकील द्वारा दर्ज कराई गई थी।
क्या है मामला?
दरअसल युवराज सिंह पिछले साल 2020 में लॉकडाउन के दौरान कई अन्य खिलाड़ियों की ही तरह इंस्टाग्राम लाइव (Instagram live) पर अपने साथी खिलाड़ियों के साथ बात कर रहे थे। इसी तरह से
युवी नेे बल्लेबाज रोहित शर्मा (rohit sharma) के साथ लाइव किया था। इसी लाइव सेशन में उन्होंने भारतीय टीम के स्पिनर युजवेंद्र चहल के खिलाफ जातिसूचक टिप्पणी कर दी।
युवराज के इस बयान के बाद काफी विवाद खड़ा हो गया था। यही नहीं हरियाणा के हिसार जिले में हांसी में रहने वाले एक वकील रजत कलसन ने युवी के खिलाफ SC-ST एक्ट की धारा के तहत प्राथमिकी दर्ज करा दी। जिसके बाद से ही युवराज की गिरफ्तारी की मांग ये वकील कर रहे थे।
इसके पहले साल 2019 मे भी गिरफ्तारी से बचने के लिए युवी ने पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया था।
लेकिन मामला आगे बढ़ने पर युवराज ने शनिवार को हांसी थाने में गिरफ्तारी दी, जहां उनसे कुछ देर पूछताछ हुई. जिसके बाद उन्हें जमानत पर छोड़ दिया।
गौरतलब है कि साल 2000 में टीम इंडिया के लिए डेब्यू करने वाले युवराज सिंह ने 2019 में क्रिकेट को अलविदा कह दिया। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ T20 में 6 गेंद में 6 सिक्स मार कर काफी सुर्खियां बटोरी थी।