बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता और वहां हिंदुओं पर हो रहे हमलों के कारण भारत में भी राजनीतिक माहौल संवेदनशील हो गया है। इस दौरान बड़ी संख्या में बांग्लादेशी नागरिक भारत में घुसपैठ कर रहे हैं और मुंबई पुलिस बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ विशेष अभियान भी चला रही है। उसके तहत पुलिस ने साल के पहले 10 दिनों में 81 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। पिछले तीन सालों में मुंबई से 900 से ज्यादा बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया जा चुका है। (81 Bangladeshi nationals arrested from Mumbai)
मुंबई पुलिस देश में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ विशेष अभियान चला रही है, जिसके तहत पिछले साल अकेले मुंबई से 304 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया था। उससे पहले 2023 में मुंबई से 376 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया था।
इन अभियानों के दौरान बड़ी संख्या में बांग्लादेशी नागरिकों के पास जाली दस्तावेजों के जरिए भारतीय आधार कार्ड और पासपोर्ट बनाने का पता चला है। पिछले तीन सालों में मुंबई पुलिस ने करीब 903 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया। लेकिन अदालती प्रक्रिया के चलते सिर्फ 222 बांग्लादेशी घुसपैठियों को ही वापस भेजा जा सका।
इस साल के पहले 10 दिनों में मुंबई पुलिस ने 81 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में 52 मामले दर्ज किए गए हैं। गिरफ्तार बांग्लादेशी नागरिकों में 62 पुरुष और 19 महिलाएं हैं।
गिरफ्तारी के बाद बांग्लादेशी नागरिकों को वापस भेजने की प्रक्रिया में कई साल लग जाते हैं। उस दौरान घुसपैठ करने वाले बांग्लादेशी नागरिकों को विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ मिला। उनके बैंक खातों से अवैध लेन-देन भी देखा गया है। इसके अलावा कई बांग्लादेशी भारत में बसने के बाद दूसरे बांग्लादेशी घुसपैठियों को भारत में बसाने का अवैध काम करते हैं।
इसलिए एटीएस ने घुसपैठियों को दस्तावेज मुहैया कराने और मदद करने की पूरी चेन के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। इसके तहत संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिकों के बैंक खाते बंद करने के लिए बैंकों को नोटिस भेजना शुरू कर दिया गया है।
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