पिछलें कुछ सालों में मुंबई में आग की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है। सरकार और बीएमसी लगातार इन आग की घटनाओं को कम करने की कोशिश कर रही है। मुंबई में कही भी आग की घटना हो तो सबसे पहले फोन फायर विभाग के पास ही जाता है। मुंबई के अग्निशमन विभाग में सुविधाओं की कोई कमी नहीं है। हालांकि, फायर ब्रिगेड में अब मैनपावर की कमी महसूस की जा रही है।
वर्तमान में, मुंबई फायर ब्रिगेड में 3808
पद स्वीकृत हैं। हालांकि,
इसमें सिर्फ 2,880 पद ही भरे गए है। इन भर्तियों के बाद भी अब तक 927
पद खाली है। मुंबई,
जो भारत की वित्तीय राजधानी है,
सबसे सुरक्षित शहर माना जाता है। हालांकि, मुंबई में पिछले साढ़ें पांच सालों में कुल 49 हजार
179 आपातकालीन घटनाएं हुईं।
इन सभी घटनाओं में 987
लोगों की मौत हो गई। 3
हजार
66 लोग इन दुर्घटनाओं में घायल हो गए। मुंबईवासियों की सुरक्षा के लिए बीएमसी ने एक स्वतंत्र आपातकालीन दस्ते का गठन किया था। आरटीआई कार्यकर्ता शकिल अहमद शेख ने एक आरटीआई के ये बात सामने लाई।