चश्मदीदों की भूलभुलैया में उलझी सुशांत की मौत मिस्ट्री

देश की सबसे बड़ी शोध संस्था ने अपनी 15 की शोध मुहिम में एक भी ऐसा साक्ष्य नहीं प्राप्त कर पायी, जिससे इस निष्कर्ष पर पहुंचा जा सके कि सुशांत सिंह राजपूत की हत्या हुई है।

चश्मदीदों की भूलभुलैया में उलझी सुशांत की मौत मिस्ट्री
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फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत (sushant singh rajput) की मौत की गुत्थी दिनोंदिन उलझती जा रही है। इस हाईप्रोफाइल मामले का पूरा सच जानने की कोशिश लगातार जारी है, लेकिन जैसे, जैसे जांच, पूछताछ का सिलसिला आगे बढ़ता जा रहा है, यह मामला सुलझने से ज्यादा उलझता ही चला जा रहा है। 14 जून को जिस वक्त यह समाचार आया कि फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने आत्महत्या (sushant singh rajput suicide case) कर ली है तो उनको चाहने वालों ने एक स्वर से कहा कि सुशांत सिंह राजपूत जैसा उदीयमान तथा सफल कलाकार आत्महत्या नहीं कर सकता।

 देश की सबसे बड़ी शोध संस्था ने अपनी 15 की शोध मुहिम में एक भी ऐसा साक्ष्य नहीं प्राप्त कर पायी, जिससे इस निष्कर्ष पर पहुंचा जा सके कि सुशांत सिंह राजपूत की हत्या हुई है। जो लोग सुशांत सिंह राजपूत की मौत के दिन उनके घर में ही थे, वे सीबीआई, ई डी और एनसीबी के सामने जो कुछ बोला, उसमें विरोधाभास नज़र आ रहा है। उन्होंने सच बोला, या नहीं, इस बात को पकड़ पाना आसान नहीं है। सुशांत सिंह राजपूत की मौत हुए 80 से भी ज्यादा दिन हो चुके हैं और अब तक यह तय नहीं हो सका है कि सुशांत सिंह ने आत्महत्या की या उनकी हत्या की गई। सुशांत सिंह राजपूत के परिवार ने बड़े भरोसे से यह कहा था कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत का सच क्या है, इसकी पडताल का जिम्मा सीबीआई को सौंपा जाए। मुंबई पुलिस की जांच पर सुशांत के पिता तथा उनके परिजनों को भरोसा नहीं था और बिहार पुलिस को मुंबई पुलिस को जांच में सहयोग न देने की वजह से जब इस मामले की जांच की जिम्मेदारी देश की सबसे बड़ी संस्था सीबीआई को सौंपी तो लगा था कि अब जल्दी ही मामले का पूरा सच सामने आ जाएगा, लेकिन 15 दिन की पड़ताल के बाद भी सीबीआई के हाथ एक भी ऐसा सुराग नहीं लगा कि यह साबित किया जा सके कि सुशांत की हत्या की गई है।

 चूंकि सुशांत के पिता के. के. सिंह ने पटना में इस आशय की एफ. आई. आर. दर्ज कारायी थी कि उनके पुत्र को रिया चक्रवर्ती (Rhea chakraborty) ने आत्महत्या के लिए प्रवृत्त किया है। हालांकि अब सुशांत के पिता के वकील का कहना है कि सुशांत की हत्या की गई है। सुशांत के पिता ने रिया चक्रवर्ती (Rhea chakraborty) पर आरोप लगाया है कि रिया ने उनके बेटे को जहर देकर मारा है। सीबीआई (CBI) की टीम ने सुशांत के घर जाकर इस बात की भी पड़ताल की कि जिस घर में सुशांत सिंह (Sushant singh) ने आत्महत्या की, क्या सुशांत की कद काटी वाला व्यक्ति पंखे से लटक कर आत्महत्या कर सकता है या नहीं. सी.बी.आई ने सुशांत सिंह राजपूत के घर में 14 जून को हुई घटना का डेमो किया, उससे यह बात सामने आई कि जिस जगह पर सुशांत सिंह राजपूत ने आत्महत्या की, वहां उनकी कद काठी का व्यक्ति आत्महत्या कर सकता है, या नहीं।                

भारतीय की सबसे बड़ी जांच एजेंसी सीबीई को अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के सच तलाशने की जिम्मेदारी दी गई, जब घटना को हुए 80 से भी अधिक दिन बीतने के बाद जब सीबीआई के हाथ कोई साक्ष्य न मिलने के कारण सीबीआई ने सुशांत सिंह राजपूत को आत्महत्या के लिए मजबूर करने के लक्ष्य को सामने रखकर पूछताछ करने का सिलसिला जारी रहा है। सीबीआई, ईडी तथा नरकोटिक्स इन तीनों एजेंसियों की ओर से सुशांत सिंह राजपूत की मौत का सच जानने की कोशिश की जा रही है। सीबीआई सुशांत की हत्या हुई या उसे आत्महत्या के लिए मजबूर तो नहीं किया गया है, इस मुख्य को सामने रखकर पूछताछ कर रही है, जबकि ईडी इस मामले में रिया द्वारा सुशांत सिंह राजपूत के पैसों के जुड़े विवादों की पड़ताल कर रही है। सुशांत के पिता ने आरोप लगाया है कि रिया चक्रवर्ती ने सुशांत सिंह ने एकाउंट से 15 करोड़ पर रूपए निकाले हैं।       

अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती को आरोपी नंबर वन हैं. सीबीआई ने रिया से 35 घंटे,  रिया के भाई से 23 घंटे, रिया के माता- पिता से लंबी पूछताछ की है।  पिछले दिनों एक चैनल के साथ दिए गए साक्षात्कार में रिया चक्रवर्ती ने जो कुछ कहा उसमें कितना सच है तथा कितना झूठ है, इसका पता धीरे धीरे लोगों को चल रहा है। रिया चक्रवर्ती, सिद्धार्थ पिठानी, नीरज सिंह, दीपेश सावंत समेत सुशांत सिंह राजपूत के घर में रहने वालों ने सुशांत सिंह राजपूत की मौत का सच बाहर लाने के लिए जो बयान दिए, उनमें कितनी सच्चाई है, यह तो वे ही जानते होंगे। जिन मामले की जांच सीबीआई कर रही हो और उसे 15 दिन की पूछताछ में ऐसा एक भी साक्ष्य न मिले, जिससे यह सिद्ध हो सके कि सुशांत सिंह राजपूत की हत्या की गई है, से इस बात की पुष्टि होती है कि सुशांत सिंह के साथ रहने वाले लोग सुंशात सिंह से ज्यादा रिया एंड कंपनी पर विश्वास रखते हैं।

 सुशांत सिंह राजपूत की मौत का पूरा सच जानने के लिए नारकोटिक्स विभाग ने जब पड़ताल शुरु की तो चौंकाने वाला सच बाहर आए। एक टीवी चैनल में दिए गए साक्षात्कार में जिस रिया चक्रवर्ती ने कहा था कि उसने कभी ड्रग्स का सेवन नहीं किया है, वह गौरव शर्मा को जानती तो है, लेकिन ड्रग्स डीलर के रूप में नहीं, एक व्यापारी के तौर पर, लेकिन जिस चैनल पर रिया ने यह दावा किया था, उसी चैनल पर यह भी दिखाया गया कि रिया चक्रवर्ती ड्रग्स की डिमांड के लिए अपनी भाई से अक्सर लैपटॉप पर चर्चा किया करती थी। 

मुंबई पुलिस ने मामले की शिकायत दर्ज किए बगैर ही जांच शुरु की और 56 लोगों से पूछताछ की, इसमें कई फिल्म निर्माताओं का समावेश था, लेकिन सुशांत के पिता को मुंबई पुलिस की जांच पर भरोसा नहीं था, लिहाजा उन्होंने पटना में एफआईआर दर्ज करायी और रिया चक्रवर्ती को मुख्य आरोपी बनाया। पटना पुलिस ने मामले को मुंबई स्थानांतरित करने के स्थान पर खुद ही मुंबई आकर जांच शुरु की, लेकिन मुंबई पुलिस की ओर से बिहार पुलिस को किसी भी तरह का सहयोग नहीं किया गया, जब सुशांत के पिता को लगा कि मुंबई पुलिस सही दिशा में जांच नहीं कर रही है तो उन्होंने सीबीआई जांच की सिफारिश की। बिहार सरकार की ओर से केंद्र सरकार के पास जब सुशांत सिंह की मौत की जांच सीबीआई के माध्यम से कराने की सिफारिश की गई तो केंद्र सरकार ने उसे स्वीकार कर लिया। हालांकि मामले को सीबीआई के सुपूर्द करने से पहले प्रवर्तन निदेशालय भी इस मामले में कूद पड़ा और उसने भी रिया तथा उनके परिजनों से पूछताछ की।

 मुंबई, बिहार पुलिस के बीच जांच को लेकर छिड़ी जंग के बीच प्रवर्तन निदेशालय की ओर से भी पूछताछ का लंबा दौर अभी-भी  जारी है. जब सीबीआई की इस मामले में इंट्री हुई तो लगा कि जांच सही दिशा में हो रही है। हर दिन नए-नए खुलासों ने ये संकेत देने शुरु कर दिए कि सुशांत की मौत के पीछे कई राज दफन हैं और इन्हीं दफन राज को देश की जनता के सामने लाने का बीड़ा सीबीआई ने उठाया है। सुशांत सिंह राजपूत के पूर्व सुरक्षा रक्षक का कहना है कि सुशांत को चरस और गांजे की लत थी। यहां सवाल यह है कि क्या सुशांत सिंह के बारे में उनके पूर्व सुरक्षा रक्षक तथा रिया चक्रवर्ती के बयान मेल खाते हैं, वैसे ईडी की ओर से जांच के दौरान इस बात का भी खुलासा हुआ है कि रिया के कुछ ड्रग माफियाओं से रिश्ते हैं। 

सीबीआई की टीम ने यह भी पता किया कि सुशांत की मौत जिस दिन हुई, उससे पहले की रात उनके फ्लैट नंबर 601 में कौन-कौन आया था, इतना ही नहीं सीबीआई की टीम ने इमारत के सुरक्षा रक्षक से रजिस्टर लेकर यह भी जानकारी ली कि इमारत में 8 जून से लेकर 13 जून की कालावधि में कौन कौन आया था। सीबीआई, इडी तथा नारकोटिक्स विभाग की ओर से जांच तथा पूछताछ का दौर अभी जारी है। इन तीनों प्रमुख जांच एजेसिंयों के अलावा मुंबई तथा बिहार इन दोनों राज्यों की पुलिस ने भी कुछ दिनों तक इस प्रकरण का पूरा सच जानने की कोशिश की है। 80 से अधिक दिन बीत जाने के बाद भी सुशांत सिंह राजपूत मौत किस वजह से हुई, इसका खुलासा नहीं हो सका है। सुशांत सिंह राजपूत ने हत्या की है या आत्महत्या, सच तो सामने आना ही चाहिए, जब तक सच सामने नहीं आता, हर दिन नई. नई कहानियां इस मुद्दे को लेकर सामने लायी जाती रहेंगी, इसलिए जिन पर जांच, पूछताछ की जिम्मेदारी सौंपी गई है, उन्हें इस बात का अंदाजा होना ही चाहिए कि सच की पड़ताल में जितनी देरी की जाएगी, तथ्यों से उतनी ही ज्यादा छेड़छाड़ भी होगी, यह बात इसलिए कहनी पड़ रही है कि क्योंकि इस पूरे प्रकरण में जिन जिन लोगों से पूछताछ की गई है, वे सच बोल रहे हैं या नहीं, जब तक इस बात की पुष्टि नहीं हो जाती, तब तक संदेह का लाभ उठाकर खुद को बचाने वालों का षडयंत्र रचने वाले सुशांत सिंह राजपूत के परिजनों की इच्छा की पूर्ति नहीं होने देंगे।

सच तो यह है कि सुशांत सिंह राजपूत ने रिया चक्रवर्ती समेत कई ऐसे लोगों को अपने पनाह दे रखी थी, जो सुशांत सिंह राजपूत से नहीं, उनके पैसों से, वहां मिलने वाले ऐशो आराम से मोहब्बत करते थे, जब रिया चक्रवर्ती ही सुशांत सिंह की नहीं हो सकी तो उसके इशारों पर चलने वाले भला सच कैसे बोलेंगे। सुशांत सिंह राजपूत की मौत की मिस्ट्री को सुलझाने के लिए अब तक जो नीति अपनायी गई, उनका त्याग कर नए सिरे से सच जानने की ईमानदार कोशिश होने पर ही सच सामने आएगा, अन्यथा जांच, पूछताछ करके ही इस प्रकरण को समाप्त कर दिया जाएगा और न्याय की आस चाहने वालों को मायूस होना पड़ेगा। 

(नोट : यह लेखक के अपने विचार हैं।)

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