इस लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों के अलावा अगर कोई सबसे अधिक परेशान हैं तो वे हैं नशाखोर लोग। शराब, ड्रग सहित अन्य नशीले पदार्थ नहीं मिलने के कारण नशेबाजों की शामत आ गई है। पालघर में दो नशेबाजों ने अपने नशे का सुरूर उतारने के लिए सेनेटाइजर पी लिया, जिसके बाद दोनों की मौत हो गयी।
कोरोना के प्रकोप के कारण देश भर के राज्यों में लॉकडाउन घोषित किया गया है, जिसके कारण वाइन शॉप से लेकर अन्य सभी दुकानें बंद कर दी गई हैं। केवल जरूरी सामानों के लिए ही कुछ दुकानों को छूट दी गयी है।
इस लॉकडाउन में लोगों के घरों से भी निकलने पर पाबंदी है, लिहाजा नशीले पदार्थों की सप्लाई भी बंद हो गयी है। अपनी नशे की लत को शांत करने जे लिए कुछ नशेबाज अब नए नए प्रयोग करने लगे। नशेबाज नशे के रूप में ब्रेक ऑयल, थिनर, सैनिटाइजर लिक्विड का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। साथ ही कफ कप सिरप की भी मांग बढ़ गई है।
क्या है मामला?
बताया जाता है कि नशे की अपनी इसी लत को शांत करने के लिए पालघर के फलटण में रहने वाले किरण सुरेश सावंत (30) और दीपक रघु जाधव (32) ने सेनेटाइजर पी लिया, जिसके बाद दोनों की तबियत बिगड़ी और उनकी मौत हो गयी।
सूत्रों के अनुसार चार दिन पहले वे दोनों कहीं से यात्रा करके अपने घर आए थे, जिसके बाद दोनों को होम क्वारंटाइन कर दिया गया था। दोनों घर पर ही थे और जब इन्हें नशे की तलब लगी तो दोनों ने वहाँ रखा सेनेटाइजर पी लिया।
जिसके बाद इनकी तबियत बिगड़ने लगी। दोनों को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उपचार के दौरान दोनों की मौत हो गयी।
पोस्टमार्टम के दौरान दोनों के सेनेटाइजर पीने की बात सामने आई।