दहिसर के एक अकाउंटेंट को शेयर बाजार में निवेश से अच्छा रिटर्न दिलाने का झांसा देकर करीब 3.5 करोड़ रुपये की साइबर ठगी की गई। आरोपियों ने फर्जी ट्रेडिंग एप्लीकेशन बनाकर शिकायतकर्ता को झांसा दिया कि इससे उन्हें अच्छा मुनाफा मिल रहा है। इस मामले में दक्षिण क्षेत्रीय साइबर पुलिस ने गोरेगांव और काशीमीरा इलाके में कार्रवाई कर दो लोगों को गिरफ्तार किया है। (Cyber fraud of INR 3.63 crore in stock market scam two people arrested)
फर्जी कंपनी बनाकर करते थे लुटपाट
पता चला है कि आरोपियों में से एक फर्जी कंपनी बनाकर अपने बैंक खाते में साइबर ठगी के पैसे स्वीकार कर रहा था। दहिसर निवासी 21 वर्षीय शिकायतकर्ता अकाउंटेंट का काम करता है। वह कुछ कंपनियों में पार्टनरशिप के आधार पर भी काम करता है। वह शेयर बाजार में निवेश करता है। आरोपियों ने उससे व्हाट्सएप के जरिए संपर्क किया और गणपति ट्रेड नामक ग्रुप से जुड़ने को कहा।
शिकायतकर्ता के जुड़ने के बाद पता चला कि उस ग्रुप पर दी गई जानकारी के आधार पर निवेश करना फायदेमंद है। ग्रुप के कई सदस्य अपने मुनाफे के स्क्रीनशॉट शॉर्ट ग्रुप में शेयर कर रहे थे। इससे शिकायतकर्ता आश्वस्त हो गया। इसके बाद शिकायतकर्ता को एक लिंक भेजा गया और प्रीमियम ग्रुप से जुड़ने के लिए कहा गया। वहां, शिकायतकर्ता को एक लिंक भेजा गया और Mass99 एप्लीकेशन डाउनलोड करने के लिए कहा गया।
शिकायतकर्ता ने उस ऐप पर धीरे-धीरे करके 3 करोड़ 63 लाख रुपए जमा कर दिए। इसके बाद जब शिकायतकर्ता ने रकम निकालने की कोशिश की तो रकम नहीं निकल पाई। इस बारे में जब ग्रुप एडमिन से संपर्क किया गया तो उसने रकम निकालने के लिए और पैसे मांगे।
शिकायतकर्ता को एहसास हुआ कि उसके साथ धोखाधड़ी हुई है। उसने दक्षिणी क्षेत्रीय साइबर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। आखिरकार, पुलिस ने हाल ही में इस मामले में अदनान शमशुद्दीन खान (27) और मोहम्मद तनवीर मोहम्मद इम्तियाज खान (31) को गिरफ्तार किया।
जांच के दौरान, शिकायतकर्ता से 21 मार्च को उसके बैंक खाते से पैसे जमा करने के लिए कहा गया। इसमें से 4 लाख 89 हजार रुपए बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिए गए। खाताधारक ने चेक के जरिए रकम निकाल ली। पता चला कि यह खाता आरोपी अदनान का है।
इसके बाद खान को कश्मीरीरा से गिरफ्तार किया गया। इस मामले में 19 लाख रुपये अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर किए गए। पता चला कि यह रकम सीडब्ल्यूएफएस प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी के खाते में जमा की गई थी। जांच में पता चला कि वह कंपनी अस्तित्व में ही नहीं है। उस कंपनी के निदेशक की तलाश की गई। इसके बाद तनवीर को गोरेगांव से गिरफ्तार किया गया।
यह भी पढ़े- राज्य में बारिश से 21 लोगों की मौत