DHFL के वाधवान परिवार के 23 लोग पुलिस हिरासत में, लॉकडाउन के बावजूद मुंबई से महाबलेश्वर घूमने गए थे

महारष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा है कि मामले की जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

DHFL के वाधवान परिवार के 23 लोग पुलिस हिरासत में, लॉकडाउन के बावजूद मुंबई से महाबलेश्वर घूमने गए थे
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जहां एक तरफ शासन प्रशासन कोरोना माहमारी को लेकर परेशान हैं और लॉकडाउन को बनाये रखने के लिए ऐड़ी चोटी का जोर लगा रही है तो वहीं दूसरी तरह कुछ एक उद्योगपति घराना लॉकडाउन नियम तोड़ने के कार चर्चा में आ गया। जी, हां, बात हो रही है DHFL से जुड़े वाधवान परिवार की।

बताया जाता है कि महाराष्ट्र की पंचगनी पुलिस ने फेमस DHFL मामले से जुड़े कपिल और धीरज वाधवान समेत 23 लोगों को महाबलेश्वर से हिरासत में लिया है। अब पुलिस यह जांच कर रही है कि आखिर लॉकडाउन के बावजूद इतनी संख्या में लोग मुंबई से महाबलेश्वर पहुंचे कैसे?

पंचगनी पुलिस सभी 23 लोगों को हिरासत में लेकर पंचगनी के ही एक अस्पताल लेकर गयी हैं जहाँ सबकी टेस्ट किया जाएगा। पुलिस का कहना है कि जांच की जा रही है कि अगर इन लोगों ने लॉकडाउन का नियम तोड़ा होगा, तो इनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। इन सभी 23 लोगों में वाधवान फैमिली के सदस्य से लेकर घरेलू नोकर तक शामिल हैं।

सूत्रों के अनुसार वहाँ पहुंचने के बाद स्थानीय लोगों ने इनका विरोध करना शुरू कर दिया। इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच कर सभी को होम क्वारंटाइन किया।

इस मामले में किसी बड़े अधिकारी का हाथ होने की बात सामने आ रही है। बताया जाता है कि महाराष्ट्र सरकार के गृह विभाग के विशेष सचिव और एडिशनल डीजीपी अमिताभ गुप्ता ने अपने आधिकारिक पत्र पर वाधवान परिवार के सदस्यों को खंडाला से महाबलेश्वर जाने की इजाजत दी है।

 तो वहीं अब इस मामले को लेकर राजनीति भी गर्मा गयी है। बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने सीधे सीधे इस पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से जवाब मांगा है। तो वहीं बीजेपी नेता और पूर्व सांसद किरीट सौमेया ने आरोप है कि लॉकडाउन के बीच वाधवान परिवार मुंबई से महाबलेश्वर कैसे पहुंच गया, क्या सरकार यस बैंक के आरोपियों को VVIP ट्रीटमेंट दे रही थी। उन्होंने इस मामले में महाराष्ट्र के राज्यपाल को हस्तक्षेप करने की अपील की है।

महारष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा है कि मामले की जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

आपको को बता दें कि, वाधवान बंधुओं के खिलाफ पहले से ही मनी लॉन्ड्रिंग का केस चल रहा है। और यस बैंक फर्जीवाड़े में भी वाधवान बंधुओं का हाथ होने की बात सामने आई थी।

इसी मामले में एक दिलचस्प बात यह है कि, पिछले महीने ईडी ने वाधवान बंधुओं को यस बैंक मामले में पूछताछ के लिए समन किया था। तब कपिल वाधवान ने ईडी को एक पत्र भेज कर जवाब दिया था कि 'मुझे स्वास्थ्य की समस्या है। कोरोना वायरस महामारी और मेरी उम्र के कारण पहले से ही चलने फिरने की स्थिति में नहीं हूं। इसलिए मेरे लिए मुंबई की यात्रा करना मुश्किल है। यही नहीं उनके भाई धीरज वाधवान ने भी यही बहाना बना कर पेशी से छूट मांगा था।

लेकिन अब वही लोग लॉकडाउन के बाद भी मुंबई से महाबलेश्वर घूमने चले गए।

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