टैक्सी से लेकर ट्रिगर तक चलाने वाले अबू सलेम के 10 किस्से


टैक्सी से लेकर ट्रिगर तक चलाने वाले अबू सलेम के 10 किस्से
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7 सितंबर को जब टाडा कोर्ट के माननीय जज अबू सलेम को सजा सुना रहे थे तब सलेम खड़ा होकर मुस्कुरा रहा था। उसकी मुस्कराहट का राज शायद यह था कि उसे अच्छी तरह से पता था कि इंडियन गवर्नमेंट उसे मौत की सजा और 25 साल से अधिक की सजा नहीं सुना सकती। जज ने अबू सलेम को उम्र कैद की सजा सुनाई। मुंबई ब्लास्ट के जितने भी आरोपी गिरफ्तार हुए है या फरार हैं दाउद को छोड़ कर अगर कोई सबसे अधिक चर्चा में रहा है तो वह अबू सलेम ही है। सलेम पर आरोप है कि वह जनवरी 1993 में गुजरात के भरूच गया था। साथ में दाऊद गैंग का एक गुर्गा था। इन्हें हथियार, एक्सप्लोसिव्स और गोला-बारूद लाने के लिए भेजा गया था। सलेम को वहां 9 एके-56, 100 हैंड ग्रेनेड और गोलियां दी गईं। सलेम एक मारुति वैन में यह सामान छुपाकर मुंबई लाया था। वैन रियाज सिद्दीकी ने मुहैया कराई थी। यह वैन संजय दत्त के घर पर गई थी। बाद में ये हथियार वहां से उठा लिए गए थे।

टैक्सी से लेकर ट्रिगर चलाने वाले अबू सलेम के बारे में जानिए 10 किस्से :

1) अंडरवर्ल्ड डॉन अबू सलेम का जन्म 1960 में उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के सराय मीर गांव में हुआ था। उसका पूरा नाम अबू सलेम अब्दुल कय्यूम अंसारी है। सलेम के पिता एक जाने माने वकील थे। सलेम चार भाईयों और तीन बहनों में दूसरे स्थान पर था।

2) पिता की मौत के बाद अबू ने गांव में ही गाड़ी के मैकेनिक का काम शुरू किया। काम नहीं जमने के बाद वह दिल्ली आ गया। दिल्ली में उसने कुछ समय तक टैक्सी भी चलाई, लेकिन अधिक पैसे की चाहत उसे मुंबई खींच लाई। अबू मुंबई के जोगेश्वरी में रहने लगा। शुरू में छोटा मोटा काम करने के बाद वह यहां भी टैक्सी चलाने लगा। 

3) मुंबई में काम करने के दौरान ही अबू की पहचान अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के लोगों से हुई। और उसने उनके लिए सोने की स्मगलिंग करने से लाकर बड़े काम करना शुरू कर दिया। काम करते करते अपने तेज दिमाग के बल पर अबू जल्द ही दाउद का सबसे चहेता गुर्गा बन गया। कहा जाता है कि दाउद के कहने पर ही अबू सलेम ने 50 से अधिक मर्डर करवाए। इनमे से कई मर्डर तो उसने खुद ही किया। 

4) अबू सलेम सबसे पहले 1995 में बिल्डर प्रदीप जैन की सुपारी ली। प्रदीप जैन की हत्या अबू सलेम के गुर्गो ने दिन दहाड़े उसके ऑफिस में घुस कर की। कहा जाता है कि प्रदीप की तेरहवीं वाले दिन सलेम प्रदीप की पत्नी ज्योति को फोन किया और  कहा कि क्या तुम्हें विधवा होने का सुख मिल रहा है। अगर प्रदीप ने पैसे दिए होते तो वो जिंदा होता। प्रदीप के भाइयों से कहो, पैसे दें, वरना सबको मार दूंगा। 

5) इतनी बड़ी हत्या को अंजाम देने के बाद सलेम ने अपना खौफ अंडरवर्ल्ड की दुनिया में स्थापित कर लिया था। 1997 में सलेम ने गुलशन कुमार से हर महीने 5 लाख रुपये देने का फरमान सुनाया। लेकिन गुलशन कुमार ने पैसे देने से इनकार करते हुए कहा कि इतने रुपये देकर वो वैष्णो देवी में भंडारा कराएंगे। 

गुस्साए सलेम ने अपने शार्प शूटर राजा के जरिए गुलशन का दिन दहाड़े मर्डर करवा दिया। बताया जाता है कि शूटर राजा ने गुलशन कुमार पर 16 गोली चलायी थी। राजा ने कुमार की हत्या के दौरान करीब 10 से 15 मिनट कर अपना फोन ऑन रखा था ताकि गुलशन कुमार की चीखें अबु सलेम सुन सके। बाद में पुलिस जांच में पता चला कि इस हत्याकांड में कथित तौर पर संगीतकार नदीम-श्रवण के नादिम भी शामिल था।

6) अबू सलेम बॉलीवुड वालों से प्रोटेक्शन मनी के तौर पर हफ्ता वसूली करता था। बताया जाता है कि जब अबू सलेम का वर्चस्व स्थापित हो जाने के बाद वह दाऊद से अलग हो गया। उसने बॉलीवुड पर अपने वर्चस्व को कायम रखने के लिए फिल्ममेकर राकेश रोशन, राजीव राय पर भी हमला करवाया लेकिन दोनों बच गये। आरोप यह है कि फिल्म हीरोइन मनीषा कोइराला के सचिव अजित देवानी की भी हत्या सलेम ने करवाया था।

7) सलेम संजय दत्त को अपना रोल मॉडल मानता था। जब आर्म्स डीलर के दौरान संजय से सलेम की पहली मुलाकात हुई तो संजय से हाथ मिलाने से पहले सलेम ने पसीने से भीगी अपनी हथेली को पैंट में पोंछा, तभी संजय ने खुद आगे बढ़कर सलेम को गले लगा लिया। बताया जाता है कि सलेम संजय से मिलकर इस कदर खुश था कि कई दिनों तक चहकता रहा था।

8) अबू सलेम नाम बदलने में माहिर था। वह फ़िल्मी दुनिया के लोगों से वह 'कैप्टन' के नाम से हफ्ता वसूल करता। यही नहीं वह लोगों से 'अर्सलान' नाम से भी मिलता। अर्सलान को वह सलेम का असिस्टेंट बताता था। इसके अलावा जब वह मुंबई से भागने लगा तो उसने रमेश के नाम से जाली पासपोर्ट बनवाया था। सलेम ने अलग अलग नामो से कुल 12 पासपोर्ट बनवाए थे।

9) मुंबई ब्लास्ट सहित कई मामले में जब अबू सलेम का नाम सामने आने लगा तो वह दुबई भाग गया। वहां जाकर उसने गाड़ी बेचने का धंदा शुरू कर दिया। वह दुनिया भर से चोरी की गाडियां मंगवाता और उसका मेक ओवर करके दुबई के अमीरों को बेच देता था। बताया जाता है कि अबू सालेम के पास 4 हजार करोड़ से ही अधिक की संपत्ति है।

10) अबू सलेम फ़िल्मी चकाचौंध से काफी प्रभावित था। वह दुबई में बॉलीवुड के हीरो और हीरोइन्स के स्टेज शो करवाता था। इसी स्टेज शो के दौरान ही उसकी मुलाकात मोनिका बेदी से हुई जो बाद में उसकी पत्नी बनी। यह नहीं अबू कई फिल्मो में फाइनेंस का काम भी किया है।


(नोट : यह सामग्री विभिन्न पत्र -पत्रिकओं से संकलित की गयी है।) 


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