पश्चिम बंगाल का रहने वाला आरोपी इसी फ़रवरी महीने में अदालती कामकाज के समय आने जाने के दौरान फरार हो गया। पुलिस उसकी तलाश के लिए उसके गांव गयी। लेकिन वहां भी उसने 2-3 बार पुलिस को चकमा दिया। इसके बाद पुलिस ने अपने 2 कर्मियों को वहीं गांव में ही भेष बदलकर रहने को कहा। आरोपी भारत से बांग्लादेश भागने की फिराक में था। और वह रिश्तेदार के यहां पैसे मांगने के लिए आया है, जब इस बात की खबर पुलिस को मिली तो पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
आरोपी का नाम मोहम्मद बादशाह मोहम्मद सलीम शेख (24) है, जो मूलरूप से पश्चिम बंगाल के पांडुआ में बैची पुरवा का निवासी है। उसे कोलाबा पुलिस एक मामले में साल 2019 में जब कोर्ट ले जा रही थी तभी वह पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। इस मामले में कोलाबा पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 224 के तहत मामला दर्ज किया गया था। जांच के दौरान, पुलिस को पता चला कि आरोपी पश्चिम बंगाल के पांडुआ में बैची पुरवा का निवासी है। जब मुंबई पुलिस ने वहां की स्थानीय पुलिस से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि, आरोपी पिछले एक साल से गाँव ही नहीं आया है। अंत में, पुलिस को यह जानकारी मिली कि वह 8 दिसंबर को गाँव आया है। इस बात की खबर मिलते ही पुलिस की एक टीम पश्चिम बंगाल के लिए रवाना हो गई।
लेकिन ऐन मौके पर शेख को इस बात की भनक लग गई और वह अपने गांव से फरार हो गया। पुलिस 2-3 बार उसके गांव पहुंचती, उसके पहले ही शेख फरार हो जाता। आखिर पुलिस को इस बात का पता चला कि, गांव का एक अन्य शख्स आरोपी की मदद करता था। इसके बाद पुलिस ने उसे भी पकड़ा।
आरोपी की मदद करने पर पुलिस ने शेख के मित्र को कानूनी कार्रवाई का डर दिखाया। इसके बाद वह पुलिस की मदद को तैयार हो गया। पुलिस के दो आदमी भेष बदलकर उसी के घर में लगभग एक महीने तक रहें।
पुलिस को सूचना मिली कि, शेख बांग्लादेश भागने की फिराक में है। और उसके लिए अपने एक रिश्तेदार के यहां से पैसा मांगने के लिये आने वाला है। इसके बाद पुलिस ने जाल बिछाया और आरोपी को आखिर गिरफ्तार कर लिया।